प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अगस्त को निजी क्षेत्र के सबसे बड़े अमृता अस्पताल फरीदाबाद का करेंगे उद्घाटन
दिल्ली एनसीआर फरीदाबाद न्यूज़: देश का निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल सह-चिकित्सा महाविद्यालय अमृृता अस्पताल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के फरीदाबाद इलाके में बनकर तैयार है, जिसका 24 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन करेंगे। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद के रेजीडेन्ट मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजीव के सिंह ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि सेक्टर 88 में बना यह अस्पताल 2400 बिस्तरों का है और इसमें 81 विशेष विभाग स्थापित किये जा रहे हैं। अस्पताल में कैंसर, हृदय, तंत्रिका तंत्र, जच्चा-बच्चा देख-रेख, हड्डी रोग, प्रत्यारोपण, ट्रामा उपचार सहित चिकित्सा के आठ उत्कृष्टता केन्द्र भी होंगे। उन्होंने कहा कि यहां संक्रामक रोगों के उपचार के लिए देश की सबसे बड़ी सुविधा होगी।
माता अमृतानंदामयी मठ के तत्वावधान में बने इस अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और माता अमृतानंदमयी देवी भी मौजूद रहेंगी। उन्होंने बताया कि एक करोड़ स्क्वायर फुट बिल्ट-अप क्षेत्र और 14 मंजिल वाले इस अस्पताल में चिकित्सा शिक्षा और पैरा-मेडिकल स्टाफ के शिक्षण-प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं वाली फैकल्टी होंगी। इस अस्पताल में भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन और कुछ अन्य देशों के बेहतरीन चिकित्सों को नियुक्त किया गया है। चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को 25 वर्ष पुराने अमृता अस्पताल, कोच्चि की व्यवस्थाओं के अनुरूप प्रशिक्षण दिया गया है।
डॉ सिंह ने बताया कि अस्पताल में मरीजों से उपचार के लिए वाजिब शुल्क लिया जायेगा और यह दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और अन्य कार्पोरेट अस्पतालों से निश्चित रूप से कम होगा। अस्पताल में गरीबों के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है और ऐसे मरीजों की पहचान के लिए एक समिति निरंतर कार्यरत रहेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस अस्पताल से लगभग 2000 लोगों को प्रत्यक्ष और 2000 अन्य लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। अस्पताल का पूरी क्षमता से संचालन शुरू हो जाने पर 10000 लोगों को राेजगार प्रदान करेगा और इसमें 800 से अधिक चिकित्सक कार्यरत होंगे।
डॉ सिंह ने बताया कि हरियाणा का अब तक का यह सबसे अधिक राशि का निवेश वाला प्रोजेक्ट है और इस प्रोजेक्ट से हरियाणा सरकार को अब तक वस्तु एवं सेवाकर के मद में 300 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।