दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में रीडिवेलपमेंट की तैयारी शुरू
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को रीडिवेलपमेंट की तैयारी शुरू हो गई है
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को रीडिवेलपमेंट की तैयारी शुरू हो गई है। 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एम्स को फिर से विकसित करने के लिए एक मास्टर प्लान सरकार को सौंप दिया गया है।
एम्स की फेकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारियों और डॉक्टरों को संबोधित करते हुए डॉ. गुलेरिया ने कहा कि एम्स मास्टर प्लान प्रोजेक्ट जिसका उद्देश्य रोगी देखभाल, शिक्षण अनुसंधान और प्रशासन, आउट पेशेंट सेवाओं और आवासीय सुविधाओं को समेकित करके समग्र रूप से हमारे बुनियादी ढांचे को फिर से विकसित करना है, सरकार को सौंप दिया गया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत परिसर के वर्तमान संस्थान में 50 नए ऑपरेशन थिएटर और 3000 से अधिक रोगी देखभाल बेड होंगे, जिसमें 300 इमरजेंसी बेड भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के परिणामस्वरूप एम्स नई दिल्ली को विश्व स्तरीय चिकित्सा विश्वविद्यालय में बदल दिया जाएगा, जिसमें पचास नए ऑपरेशन थिएटर और 300 आपातकालीन बेड्स सहित 3000 से अधिक रोगी देखभाल बिस्तर होंगे।
नई प्रोजेक्ट के माध्यम से रिसर्च लैब्स, एनिमल फैसिलिटीज, क्लीनिकल ट्रायल फैसिलिटीज, 4000 हॉस्टल यूनिट्स और 14000 पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे।
डॉ. गुलेरिया ने आगे कहा कि हमने इस प्रोजेक्ट का अपना शुरुआती काम पूरा कर लिया है और सरकार को विस्तृत रिपोर्ट सौंप दी है और हाल ही में सरकार द्वारा प्रोजेक्ट को रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट के रूप में अधिसूचित किया गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा मस्जिद मोठ, अंसारी नगर पश्चिम, अंसारी नगर पूर्व, ट्रॉमा सेंटर के पांच अलग-अलग भूखंडों को भी चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय की एक नई कैटेगरी के तहत एकीकृत किया गया है, जो इस परिसर को और अधिक लचीलापन देगा।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि स्वतंत्रता के 76वें वर्ष पर एम्स समग्र परिवर्तन के एक नए युग में प्रवेश करेगा, जहां न केवल हमारा भौतिक बुनियादी ढांचा बल्कि हमारी डिजिटल रीढ़ और संपत्ति भी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ से मेल खाने के लिए बनाई जाएगी।
इससे पहले, केंद्र सरकार ने एक 'चिंतन शिविर' आयोजित करने का फैसला किया, जो मुख्य रूप से देशभर में एम्स के कामकाज में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा।