दिल्ली नगर निगम के प्रस्तावित 250 वार्डों को लेकर राजनीतिक दलों ने विचार विमर्श किया शुरू

Update: 2022-09-14 06:39 GMT

दिल्ली न्यूज़: परिसीमन आयोग द्वारा नगर निगम के प्रस्तावित 250 वार्डों को लेकर राजनीतिक दलों ने विचार विमर्श शुरू कर दिया है। जानकार जहां इस परिसीमन को लेकर सवाल उठा रहे हैं वहीं गंभीर अनियमिताएं भी बताते हैं। असमानता, प्राकृतिक सीमा पालन, एकरुपता के अभाव के साथ-साथ वार्डों के निर्धारण को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। जानकार सबसे ज्यादा परिसीमन जानकार चत्तर सिंह बताते हैं कि कुल जनसंख्या को कुल वार्ड से विभाजित करने से औसत 65675 जनसंख्या वाले वार्ड बनने चाहिए लेकिन अभी जो प्रस्ताव में दिया कुल संख्या 16418663 को 250 से विभाजित करने के बाद औसत 65675 तक ले आए लेकिन वार्ड निर्धारण का आधार पूरी तरह से राजनीतिक नजर आ रहा है। चत्तर सिंह ने बताया कि त्रिलोकपुरी, मंगोलपुरी, सीमापुरी, कोंडली में वार्ड में जनसंख्या ज्यादा कर, वार्ड कम कर दिए। कुल मतदाताओं के आधार पर अंतर 10 प्रतिशत कम या ज्यादा हो सकता है लेकिन करीबन सौ वार्ड में जनसंख्या का अंतर बहुत ज्यादा है और अधिकतम मयूर विहार में जहां मयूर विहार-फेज एक 93381 मतदाता हैं। जबकि नियमत: अधिकतम 72242 और कम से कम 69108 जनसंख्या के आधार पर वार्ड तय होने चाहिए।

बता दें कि 35509 की जनसंख्या पर चांदनी चौक, 35684 पर लक्ष्मी नगर का प्रस्ताव है जबकि इससे लगभग तीन गुणा 93381 की जनसंख्या पर वार्ड तय किया है। निगम मामलों के जानकार जगदीश ममगांई बताते हैं, वर्ष 2022 में होने वाला यह परिसीमन 11 साल पहले के वर्ष 2011 के आंकड़ों पर किया है। अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में तो जनसंख्या में और अधिक वृद्धि हुई है, तो जाहिर है यह असमानता और अधिक हो सकती है। उन्होने सुझाव दिया कि अगर पूरी दिल्ली में एकरुपता न हो पाए तो कम से कम प्रत्येक विधानसभा के तहत गठित होने वाले वार्डों में तो एकरुपता होनी ही चाहिए अभी कई विधानसभा क्षेत्रों में एकरूपता नहीं है। पड़ताल से पता चला कि 23 विधानसभाओं में पिछली बार के मुकाबले एक वार्ड कम किया गया जो 272 से घटाकर 250 वार्ड करने के लिए जरूरी हो सकता है लेकिन मुस्तफाबाद विधानसभा में एक वार्ड बढ़ाकर 4 से 5 क्यों किए यहां 54 से 75 हजार के बीच वार्ड बनाए गए जबकि अन्य जगह 80 से 93 हजार तक वार्ड बने हैं। जबकि सर्वाधिक जनसंख्या 421399 वाले मटियाला में एक वार्ड घटाने का कोई औचित्य नहीं था।

प्रस्ताव में चांदनी चौक-35509, लक्ष्मी नगर-35684, सिद्धार्थ नगर-42629, श्रीराम कालोनी-42819, कालकाजी-44112, ईस्ट पटेल नगर-44420, गोकुलपुरी-44658, संगम पार्क-44674, आईपी एक्सटेंशन-44756, ग्रेटर कैलाश-45174, द्वारका सी- 45305, हौज खास-45509, 35 से 45 हजार पर निर्धारित किए गए तो दुगने से अधिक पर मयूर विहार फेज-1, 93381, त्रिलोकपुरी-91991, संगम विहार-89899, वजीरपुर-87397, हर्ष विहार-87009, सबोली-86608, कल्याणपुरी-86599, अमन विहार-86546, निहाल विहार-85571, सुन्दर नगरी-83935, ललिता पार्क-83782, जगतपुरी-83636, हस्तसाल-83484, सादतपुर-83347, निर्धारित क्यों किए गए, जो प्रत्येक वार्ड की 65 हजार की औसत आबादी से काफी दूर हैं।

विधानसभा के तहत भी वार्डों के निर्धारण में भारी विषमता है। नरेला विधानसभा में वार्ड नरेला की जनसंख्या 49517 है तो उसी विधानसभा में गठित होलम्बी कलां वार्ड 82877 पर बनाया गया है, किराड़ी विधानसभा में वार्ड किराड़ी की जनसंख्या 51806 है तो उसी विधानसभा में गठित अमन विहार वार्ड 86546 पर है, नांगलोई जाट विधानसभा में वार्ड नांगलोई जाट की जनसंख्या 52787 है तो उसी विधानसभा में गठित निहाल विहार वार्ड 85571 पर है, वजीरपुर विधानसभा में वार्ड अशोक विहार की जनसंख्या 55773 है तो उसी विधानसभा में गठित वजीरपुर वार्ड 87397 पर है, चांदनी चौक विधानसभा में वार्ड चांदनी चौक की जनसंख्या 35509 है तो उसी विधानसभा में गठित जामा मस्जिद वार्ड 62214 पर है।

वार्डों की विषमता में विकासपुरी विधानसभा में गठित शिव विहार वार्ड 49343 पर तो उसी विधानसभा में गठित वार्ड हस्तसाल 83484 पर है, देवली विधानसभा में गठित देवली वार्ड 55131 पर तो उसी विधानसभा में गठित वार्ड संगम विहार-ए 89899 पर है, त्रिलोकपुरी विधानसभा में गठित न्यू अशोक नगर वार्ड 56168 पर तो उसी विधानसभा में गठित वार्ड मयूर विहार फेज एक 93381पर है, लक्ष्मी नगर विधानसभा में गठित वार्ड लक्ष्मी नगर 35684 पर तो उसी विधानसभा में गठित वार्ड ललिता पार्क 83782 पर है, कृष्णा नगर विधानसभा में गठित अनारकली वार्ड 49180 पर तो उसी विधानसभा में वार्ड जगतपुरी 83636 पर है, गोकुलपुर विधानसभा में गठित वार्ड गोकुलपुरी 44658 पर तो उसी विधानसभा में वार्ड हर्ष विहार 87009 पर है, करावल नगर विधानसभा में गठित वार्ड श्रीराम कालोनी 42819 पर तो उसी विधानसभा में वार्ड सादतपुर 83347 पर है। चत्तर सिंह मानते हैं कि अधिकांश विधानसभाओं में अनियमिताओं की भरमार है।

मुस्लिम और एससी आबादी वाले इलाकों में ज्यादा मतदाताओं के वार्ड, 46 से 42 हुए एससी वार्ड:

मयूर विहार फेज-1, 93381, त्रिलोकपुरी-91991, संगम विहार-89899, वजीरपुर-87397, हर्ष विहार-87009, सबोली-86608, कल्याणपुरी-86599, अमन विहार-86546, निहाल विहार-85571, सुन्दर नगरी-83935, ललिता पार्क-83782, जगतपुरी-83636, हस्तसाल-83484, सादतपुर-83347, होलम्बी कलां वार्ड 82877, किराड़ी के अमन विहार वार्ड 86546, नांगलोई जाट 52787, इसी विधानसभा में निहाल विहार वार्ड 85571, वजीरपुर वार्ड 87397, जामा मस्जिद वार्ड 62214, हस्तसाल 83484, संगम विहार-ए 89899, त्रिलोकपुरी विधानसभा के न्यू अशोक नगर वार्ड 56168, लक्ष्मी नगर विधानसभा का वार्ड ललिता पार्क 83782, कृष्णा नगर विधानसभा का जगतपुरी 83636, गोकुलपुर विधानसभा में हर्ष विहार 87009, करावल नगर विधानसभा का सादतपुर 83347 की जनसंख्या पर वार्ड तय है। वहीं आरक्षित श्रेणी के वार्ड की संख्या 46 से 42 हो गए हैं जबकि आबादी तो वही है। 

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