पुलिस ने 4 आरोपियों को दुकान से 15 लाख रुपए के मोबाइल चोरी करने के आरोप में किया गिरफ्तार

Update: 2022-06-11 05:46 GMT

नॉएडा क्राइम न्यूज़: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में थाना कासना क्षेत्र के कासना कस्बे में 10 दिन पहले एक मोबाइल की दुकान में मोबाइल चोरी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी के 112 मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों ने सभी मोबाइल जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दिए थे। बरामद मोबाइल की कीमत करीब 15 लाख रुपए है। पुलिस का दावा है कि चोरी की घटना का सरगना मोबाइल की दुकान के पड़ोस में हलवाई की दुकान पर काम करने वाला कर्मचारी है। उसने आस पड़ोस की दुकान पर काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को घटना में शामिल किया और पूरी रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल घटना का सरगला आगरा की जेल में बंद है। वारदात को अंजाम देने के अगले दिन आगरा पलिस ने उसे तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि 31 मई की रात को कासना कस्बे में यतेंद्र नागर की दुकान से करीब 200 मोबाइल फोन चोरी किए गए थे। थाना कासना पुलिस की टीम ने घटना का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान आनंद, हीरा सिंह और घनश्याम निवासी आगरा व संजीव निवासी खादर मढैया जेवर गौतमबुद्ध नगर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर करीब पंद्रह लाख रुपए के 112 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपियों ने चोरी किए गए मोबाइल एक पॉलिथीन में भरकर जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दिए थे। वे थोड़े दिन बाद इन मोबाइलों को बाहर निकालकर बेचने की फिराक में थे। एडीसीपी ने बताया कि इस घटना का मास्टरमाइंड इंद्रपाल उर्फ छंगा अभी जेल में बंद है। मास्टरमाइंड के पकड़े जाने पर शेष मोबाइल की बरामदगी की जाएगी। पुलिस घटना में शामिल आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटा रही है। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा की डीसीपी मीनाक्षी कात्यायन ने चोरी की घटना का खुलासा करने पर थाना कासना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला की टीम को बीस हजार रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

हलवाई की दुकान पर काम करते हुए आरोपी ने की रेकी, जल्दी अमीर बनने: एडीसीपी ने बताया कि चोरी की घटना का सरगना मोबाइल की दुकान के पड़ोस में हलवाई की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी इंद्रपाल उर्फ छंगा निकला। उसने आस पड़ोस की दुकान पर काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को घटना में शामिल किया और पूरी रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया। चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद वह आगरा पहुंचा और तमंचा लगाकर पुलिस के आसपास घूमने लगा। आगरा के एक थाने की पुलिस ने आरोपी को तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मोबाइल चोरी की घटना से बचने के लिए मास्टरमाइंड ने यह खेल किया।

सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस पहुंची आरोपियों तक: पुलिस ने घटना का खुलासा करने के लिए आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाले। इसके अलावा सर्विलांस की मदद ली गई। पुलिस की छानबीन में पता चला कि मोबाइल की दुकान के पड़ोस में बनी दुकानों पर काम करने वाले दो कर्मचारी गायब हैं। इसके बाद इन कर्मचारियों पर पुलिस का शक गहराया और सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची। पुलिस अब इस घटना के मास्टरमाइंड के जेल से बाहर आने के इंतजार में है। पुलिस का कहना है कि मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद शेष मोबाइल बरामद किए जाएंगे।

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