संविधान दिवस और बाबा साहब की स्मृति में एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजन हुआ
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| आज एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में संविधान दिवस और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की स्मृति में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और धर्म संस्कृति संगम के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार रहे। और विशेष अतिथि के तौर पर एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने भाग लिया। इस मौके पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि बाबा साहब एक राष्ट्रवादी सोच के थे। उन्हें भारत की सुरक्षा की बहुत चिंता थी। उन्होंने चीन के संभावित खतरे से नेहरु जी को पहले ही आगाह कर दिया था। परंतु उनकी सलाह को तत्कालीन सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया जिसका देश को बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा।
बाबा साहब को अंग्रेजों ने ईसाई बनाने का भी प्रयास किया। परंतु उन्होंने ईसाईयत को अपनाने से इंकार कर दिया। और उन्होंने 1956 में बुद्ध मत को स्वीकार किया। भारत का संविधान जिसकी ड्राफ्टिंग कमेटी के बाबा साहब अध्यक्ष थे, विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। और यह बाबा साहब की देश को एक अमूल्य देन है।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहां की बाबा साहब के निर्वाण में लोभ, मोह, इच्छाओं को त्यागना ही वास्तव में निर्वाण हैं। बाबा साहब एक अर्थशास्त्री, एक कानून विद, एक राजनीति शास्त्री और भारत की समरसता एकता और भाईचारे के पैरोकार थे।
--आईएएनएस