उत्तर रेलवे ने मनाया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस

15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी, लेकिन इसी के साथ भारत का बंटवारा भी हुआ

Update: 2022-08-14 16:23 GMT
'नई दिल्ली: 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी, लेकिन इसी के साथ भारत का बंटवारा भी हुआ. बंटवारे के बाद एक दूसरा देश पाकिस्तान अस्तित्व में आया. बंटवारे की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए. इस वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाते हुए बंटवारे से प्रभावित लाखों लोगों को याद किया जा रहा है. देश के विभाजन के समय उनको किन-किन समस्याओं से गुजरना पड़ा इसको देश के सामने लाया जा रहा है. इस कड़ी में उत्तर रेलवे ने भी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया. इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.
14 अगस्त 1947 को भारत के भू-भाग को भारत और पाकिस्तान दो देशों में विभाजित किया गया था, जो बड़े पैमाने पर मानव प्रवास, मानव नरसंहार और अत्यधिक पीड़ा पहुंचाने वाली एक भयावह घटना थी. उस वक्त लाखों लोग अपनी जमीन, घर और कीमती सामान छोड़कर सीमा के इस ओर प्रवास कर गए. सांप्रदायिक और धार्मिक घृणा के कारण हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का नरसंहार किया गया. उत्तरी राज्य विशेष रूप से विभाजन से प्रभावित हुए. डकैती, लूटपाट और सामूहिक हत्याओं से जुड़ी अनगिनत घटनाएं घटीं. इस दिन को अब विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिवस को मनाने के लिए उत्तर रेलवे के स्टेशनों पर फोटोग्राफिक प्रदर्शनियां आयोजित की गईं. सभी पांच मंडलों ने समस्त जिलों को कवर करते हुए अपने अधिकार क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों पर ऐसी प्रदर्शनियां आयोजित की.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस अवसर पर रेल राज्य मंत्री दर्शाना विक्रम जरदोश, विदेश तथा संस्कृति राज्य मंत्री, मीनाक्षी लेखी, सांसद डाक्टर हर्षवर्धन सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.

सोर्स- etv bharat hindi

Similar News

-->