नॉएडा पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्टूडेंट को नशीला पदार्थ बेचने वाले 5 लोगों को किया गिरफ्तार
एनसीआर क्राइम न्यूज़: ग्रेटर नोएडा पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल की थी। ग्रेटर नोएडा की नॉलेज पार्क कोतवाली पुलिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्टूडेंट को नशीला पदार्थ बेचने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब इस मामले में एक और बड़ी जानकारी हाथ लगी है। जांच में पता चला है कि इस गैंग में शामिल नाइजीरियन युवक ग्रेटर नोएडा में छात्रों को फुटबॉल की कोचिंग देता था। वह वर्ष 2013 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी नाइजीरियन आरोपी दिल्ली में स्थित राजपुर खुर्द एक्सटेंशन में रहने लगा था।
उत्तराखंड, हापुड़ और मुरादाबाद के बच्चों को सप्लाई करता था ड्रग्स: ग्रेटर नोएडा की डीसीपी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी नाइजीरियन अकोमा उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के हापुड़ और मुरादाबाद आदि स्कूलों के बच्चों को फुटबॉल की कोचिंग देता था। पिछले कुछ समय के दौरान वह ग्रेटर नोएडा के काफी बच्चों को फुटबॉल की कोचिंग दे रहा था। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि वह कोचिंग देने वाले बच्चों को ड्रग्स की सप्लाई करता था। पुलिस ने नाइजीरियन के कब्जे से वीजा और पासपोर्ट बरामद किए हैं, जो संदिग्ध लग रहे हैं।
छात्रों को नशीला पदार्थ बेचते थे आरोपी: आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल की थी। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एनसीआर में स्थित कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को नशीला पदार्थ बेचने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनमें से एक नाइजीरियन और एक तिब्बत का रहने वाला था। जांच में पता चला है कि यह लोग काफी समय से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पढ़ने वाले छात्रों को नशीला पदार्थ बेचते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में नशे की गोलियां बरामद की थी। सभी को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया गया और कोर्ट के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया है।
खुफिया एजेंसी फिर सवालों के घेरे में: भारत की खुफिया एजेंसी पर सवाल खड़ा होना कोई पहली बात नहीं है। आपको याद होगा कि कुछ महीने पहले ग्रेटर नोएडा में चाइनीस गेस्ट हाउस का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में भी भारत की खुफिया एजेंसी पर सवाल खड़े हुए थे। जांच में पता चला था कि जिस गेस्ट हाउस में चाइनीस स्लीपर सेल का अड्डा चल रहा है, उस गेस्ट हाउस को चाइनीस मोबाइल कंपनी के अधिकारियों ने किराए पर लिया था और मोटा पैसा मालिक को जाता था। ग्रेटर नोएडा के चाइनीस अड्डे पर काफी समय से अवैध धंधे चल रहे थे, लेकिन इसकी खबर खुफिया एजेंसी को नहीं थी। बॉर्डर पर जब दो चीनी घुसपैठियों को पकड़ा गया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। अब वीजा समाप्त होने के बाद भी नाइजीरियन युवक एनसीआर में रह रहा था।