एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। इसको लेकर गुरुवार को हवाईअड्डे का निर्माण कर रही कंपनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्रेलमन और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने प्रेसवार्ता करते हुए खास जानकारी दी है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, "किसी भी हालत में सितंबर 2024 तक गौतमबुद्ध नगर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा। पहले चरण में यानी कि 2024 में ऐसा दिन आएगा, जब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक महीने में 10 लाख रुपए हवाई यात्रा करेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य के लिए फिलहाल 1000 वर्कर कार्य कर रहे हैं, लेकिन इनकी संख्या अधिकतम 5000 की जा रही है। यानी कि 5000 वर्कर भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बना रहे हैं।"
2024 में 12 मिलियन यात्री कर सकेंगे सफर: प्रेस वार्ता के दौरान दोनों अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा 5,730 करोड़ रुपए की लागत से देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनाया जा रहा है। यह एयरपोर्ट 1,300 हेक्टेयर जमीन में फैला हुआ है। इसका निर्माण चार चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 2024 के सितंबर महीने तक पूरा हो जाएगा। पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों के लिए शुरू होगा। अंतिम और चौथा चरण पूरा होने पर एयरपोर्ट के दो टर्मिनल और 2 रनवे होंगे, जो एक साल में 70 मिलियन यात्रियों को संभालेंगे।
सबको पीछे छोड़ देगा जेवर एयरपोर्ट: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर यह 29,560 करोड रुपए की परियोजना है।