नॉएडा प्राधिकरण ने बिना प्रयोग की जमीन को वापस लेने का निर्णय लिया

यूनिटेक से खाली जमीन वापस लेने की तैयारी

Update: 2024-04-01 07:55 GMT

नोएडा: यूनिटेक बिल्डर को करीब 14-15 साल पहले दी गई जमीन का काफी हिस्सा अब भी खाली है. बिल्डर पर नोएडा प्राधिकरण का भी काफी बकाया है. ऐसे में प्राधिकरण ने बिना प्रयोग की जमीन को वापस लेने का निर्णय लिया है. इसको लेकर उच्चतम न्यायालय में रिपोर्ट जमा कर दी है. अब इस रिपोर्ट पर न्यायालय को फैसला लेना है.

नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि काफी साल पहले यूनिटेक बिल्डर को सेक्टर-96, 97, 98, 113 और 1 में यूनिटेक बिल्डर को करीब 15 लाख वर्ग मीटर जमीन आवंटित की गई थी. प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यूनिटेक की संबंधित परियोजनाओं में करीब दस लाख वर्ग मीटर जमीन खाली है, जिस पर अब तक कोई प्लान नहीं है. जमीन वापस करने पर बिल्डर को प्राधिकरण के बकाये करीब नौ हजार करोड़ रुपये से भी काफी राहत मिल जाएगी. इस तर्क के साथ प्राधिकरण ने न्यायालय में रिपोर्ट दे दी है.

बिल्डर पक्ष ने तर्क दिया है कि खाली जमीन पर वह योजनाएं लाकर लोगों को फ्लैट देगा और प्राधिकरण का बकाया चुकाएगा. अब इस मामले में अगले महीने सुनवाई होगी.

सेक्टर-51/52 स्काईवॉक जुलाई तक बन जाएगा: सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन बीच चल रहे स्काईवॉक के काम में तेजी आएगी. स्काईवॉक पर लगने वाले ट्रैवलेटर आ गए हैं. इनको होली के बाद लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. यह स्काईवॉक जून-जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगा.

नोएडा प्राधिकरण की शुरुआती डेडलाइन के तहत यह स्काईवॉक दिसंबर 23 तक बनकर तैयार हो जाना चाहिए था. काम में देरी होने पर इसकी डेडलाइन बढ़ाकर 24 की गई, लेकिन अब तक करीब 62 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है. ऐसे में इस परियोजना की डेडलाइन लगातार बढ़ती जा रही है. यह स्काईवॉक एयरकंडीशनर होगा.

प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि स्काईवॉक की लागत करीब 25 करोड़ रुपये है. इसकी लंबाई 430 मीटर और चौड़ाई 6.3 मीटर है. ट्रैवलेटर की लंबाई करीब 230 मीटर होगी. इस पूरे स्काईवॉक में छह जगह ट्रैवलेटर लगाए जाएंगे. ऐसे में बहुत कम दूरी के लिए लोगों को पैदल चलना पड़ेगा. बाकी खड़े-खड़े ट्रैवलेटर के जरिए गंतव्य तक पहुंच जाएंगे.

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