दिल्ली क्राइम न्यूज़: उत्तर पश्चिमी जिले की सायबर थाना पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए पांच महिलाओं समेत 10 लोगो को गिरफ्तार किया है। गैंग लोगों को हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी दिलाने के बहाने ठग रहा था। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से ठगी में इस्तेमाल 23 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप, 06 एटीएम कार्ड और दस्तावेज बरामद किये हैं। गैंग में दो मुख्य आरोपित हैं, जिन्होंने बाकी आठ को प्रबंधक, कार्यकारी और टेली-कॉलर के रूप में काम पर रखा हुआ था। गैंग ने पिछले चार महीनों में सो से अधिक लोगो को ठगा है। आरोपितों की पहचान ओम प्रकाश, बलवंत सिंह, सनी कुमार, अमित कुमार, हीना गौर, पिंकी सिंह, शालू, नेहा और कुमारी राधा के रूप में हुई है।
डीसीपी उषा रंगनानी ने शनिवार को बताया कि सायबर थाना पुलिस को एमएचए के नेशनल साइबर क्राइम रिसीविंग पोर्टल (एनसीआरपी) के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें शिकायतकर्ता अशोक विहार की रहने वाली प्रिया गुप्ता से पता चला कि नौकरी डॉट कॉम पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। एक कॉल सेंटर ने उसे हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी देने के बहाने 10 हजार नौ सौ रुपये की धोखाधड़ी की। बीते 13 जनवरी को उसे एक फोन आया और बताया कि उसकी प्रोफाइल को हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। कॉलर ने दस्तावेजों के सत्यापन आदि के लिए ठगी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर शिकायतकर्ता से फोन नंबर व खाता नंबर लेकर जांच शुरू की। शुरुआती जांच में फर्जी कॉल सेंटर सेक्टर-63, नोएडा, यूपी में उक्त परिसर में छापेमारी की गई।
सभी दस आरोपितों को मौके पर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि चार महीने पहले सेक्टर-63, नोएडा, यूपी क्षेत्र में कॉल सेंटर खोला और तब से 100 से अधिक निर्दोषों को ठग कर उम्मीदवारों की प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग कंपनियों में नौकरी दिलाने के एवज में ठगी की। शुरुआती जांच में पता चला कि यह रैकेट कथित तौर पर नौकरी डॉट कॉम से नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के बारे में जानकारी जुटाता था। पीड़ितों को व्हाट्सएप नंबर या मेल आईडी दी जाती थी।