नई दिल्ली: पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से आदेश, जेलों के बाहर पुलिस स्थानीय गश्त

Update: 2022-03-16 10:45 GMT

दिल्ली लेटेस्ट न्यूज़: राजधानी दिल्ली की तीनों जेलों के बाहर अब पुलिस के जवान समय-समय पर गश्त करेंगे। यह आदेश पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से दिए गए हैं। उन्होंने तीनों जेल से संबंधित स्थानीय पुलिस को जेल की चारदीवारी के साथ गश्त लगाने को कहा है। उनका मानना है कि इससे दीवार के पास से अंदर फेंके जाने वाले मोबाइल, मादक पदार्थ और हथियार पकड़े जाएंगे। जानकारी के अनुसार दिल्ली में कुल तीन जेल हैं, जहां पर करीब 20 हजार से ज्यादा कैदी बंद हैं। इनमें सबसे बड़ी जेल हरी नगर स्थित तिहाड़ जेल है। इसके अलावा दो अन्य जेल रोहिणी और मंडोली में बनी हुई है। इन जेलों के अंदर मादक पदार्थ, मोबाइल और हथियार पहुंचने की शिकायतें आए दिन सामने आती हैं। एक तरफ जहां तिहाड़ प्रशासन इसे लेकर चिंतित रहता है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस के लिए भी यह एक बड़ी परेशानी का कारण है। इनकी वजह से भी अपराधों में बढ़ोतरी होती है। कई बार मोबाइल का इस्तेमाल कर कैदी बाहर जबरन उगाही के लिए कॉल करते हैं। इस समस्या को लेकर कई बार दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल प्रशासन बैठक कर चुका है।

पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए खास निर्देश दिए हैं। उन्होंने तीनों ही जेल की स्थानीय पुलिस को जेल के पास गश्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्हें बताया गया है कि जेल की चारदीवारी के पास पुलिसकर्मी को समय बदलकर गश्त करना है। ऐसा देखने में आया है कि जेल की चारदीवारी के बाहर से कुछ लोग मोबाइल, हथियार एवं मादक पदार्थ जेल के भीतर फेंक देते हैं। उनके साथी बाद में यहां से यह सामान उठा लेते हैं। पुलिस कमिश्नर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पुलिस गश्त के साथ ही जेल प्रशासन के साथ बैठकर योजना बनाये। इस तरह की तस्करी को रोकने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर जेल अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया जाए। उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वह इसकी मॉनिटरिंग करें। इससे यह पता लगेगा कि लोकल पुलिस द्वारा हो रही गश्त का कितना लाभ मिल रहा है।

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