New Delhi: रक्षा मंत्रालय एचएएल से खरीदेगा 12 सुखोई विमान
रक्षा मंत्रालय से हुआ समझौता
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना में घटती लड़ाकू विमानों की स्क्वाड्रन को जल्द मजबूती मिलती हुई नजर आ रही है। क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से बल के लिए कुल एक दर्जन (12) सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पर कुल 13 हजार 500 करोड़ रुपए की लागत आएगी। मंत्रालय ने बताया कि इस अनुबंध के जरिए केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर अभियान को काफी बढ़ावा मिलेगा। विमान में 62.6 फीसदी स्वदेशी कांटेंट होगा। जिसके पीछे भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा घरेलू स्तर पर किया जा रहा स्वदेशी रक्षा उत्पादों का उत्पादन और विनिर्माण बड़ा कारण है। यहां बता दें कि वर्तमान में वायुसेना के जंगी बेड़े में कुल करीब 270 सुखोई विमान हैं। इनकी तैनाती देश के प्रत्येक सीमा पर बनी हुई है। शुरुआत में भारत ने रूस से इन विमानों को खरीदा था। लेकिन बाद में तकनीक हस्तांतरण के तहत एचएएल में स्वदेशी रूप से इनका उत्पादन किया जाने लगा।
नासिक में होगा विमानों का उत्पादन: मंत्रालय ने बताया कि इन 12 सुखोई विमानों का उत्पादन एचएएल की महाराष्ट्र के नासिक में स्थित फैक्ट्री में किया जाएगा। इनके वायुसेना में शामिल होने से उसकी रणनीतिक क्षमता से लेकर देश की रक्षा तैयारियों को मजबूती मिलेगी।