Cabinet minister Atishi नई दिल्ली। दिल्ली में चल रहे जल संकट को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठीं आप नेता आतिशी की तबीयत देर रात बिगड़ गई। उन्हें तड़के करीब 4 बजे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, आतिशी का ब्लड शुगर लेवल आधी रात को 43 और सुबह 3 बजे गिरकर 36 पर पहुंच गया। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। आतिशी हरियाणा से दिल्ली के हिस्से का पानी जारी करने की मांग पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। अनशन के चौथे दिन सोमवार को एलएनजेपी के डॉक्टरों ने आतिशी के स्वास्थ्य की जांच की थी। उनके स्वास्थ्य में गिरावट देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह भी दी थी।
उस समय आतिशी ने कहा कि मेरी जान से ज्यादा दिल्ली की जनता को पानी दिलाना जरूरी है। जब तक दिल्ली के लोगों को उनके हक का पानी नहीं मिल जाता उनका अनशन जारी रहेगा।बीते 21 जून से दिल्ली की जल मंत्री आतिशी 28 लाख दिल्ली के लोगों को हरियाणा से उनके हक का पानी दिलाने के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी हैं। सोमवार को अनशन के चौथे दिन लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की, थी।
डॉक्टरों ने आतिशी के ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल में बड़ी गिरावट दर्ज की। आतिशी का वजन भी कम हो गया है। जिस तेजी से आतिशी का ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और वजन घटा है, डॉक्टरों ने उसे खतरनाक बताया है। साथ ही आतिशी का यूरिन कीटोन स्तर भी बढ़ता जा रहा है। उनके शरीर में कीटोन की मात्र का इस प्रकार बढ़ना उनकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
आतिशी बोलीं- जब तक हरियाणा पानी नहीं छोड़ता, तब तक अनशन करूंगी
इस बीच आतिशी ने कहा था कि मेरा ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल गिर रहा है। मेरा वजन भी कम हो गया है। कीटोन लेवल बहुत ज्यादा है, जो लंबे समय में नुकसानदायक हो सकता है। मेरे शरीर में चाहे जितनी भी तकलीफ हो, मैं तब तक अनशन जारी रखूंगी, जब तक हरियाणा पानी नहीं छोड़ता।
23 जून को आप नेताओं ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से मुलाकात की थी। एलजी ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि वह इस बात पर विचार करेंगे कि उनका राज्य शहर को अतिरिक्त पानी दे सकता है या नहीं।
सोमवार (24 जून) को आप ने पीएम मोदी को एक पत्र भेजा था। इसमें पीएम को दिल्ली की पानी की समस्या से अवगत कराया गया और समस्या के समाधान की मांग की गई।