नई दिल्ली। भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 21 अप्रैल को दर्ज की गई दो प्राथमिकियों में एक नाबालिग सहित सात पहलवानों ने उन पर बलात्कार का प्रयास, यौन कृत्यों के लिए मजबूर करने, हमबिस्तर होने के आमंत्रण और गलत तरीके से छूने के अलावा कई अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। प्राथमिकी में एक बालिग पहलवान ने कहा, ''सिंह ने पहले मेरा यौन शोषण किया। जब मैं ट्रेनिंग ले रही थी, तब आरोपी ने मुझे अलग बुलाया, लेकिन मैंने इनकार कर दिया क्योंकि वह दूसरी लड़कियों को भी गलत तरीके से छू रहा था।
उसने आरोप लगाया, हालांकि मुझे आरोपी ने फिर से बुलाया। मेरी टी-शर्ट ऊपर खींची और अपना हाथ मेरे पेट के नीचे सरका दिया। मेरी सांस की जांच के बहाने आरोपी ने अपना हाथ मेरी नाभि पर रख दिया।
पहलवान ने कहा, इस तरह की एक घटना मेरे एक होटल में रहने के दौरान हुई थी, जहां आरोपी ने मुझे पकड़ लिया था और मुझे यह कहते हुए कुछ अज्ञात खाद्य पदार्थ देने की पेशकश की थी कि यह मेरे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने में मेरी मदद करेगा। उसे खाने की मेरे डायटीशियन या मेरे कोच ने अनुमति नहीं दी थी। मुझे यह भी पता चला कि आरोपी देर रात लड़कियों को अपने कमरे में बुलाता था, जो उसकी नापाक नीयत की ओर इशारा करता है।
दूसरी पहलवान ने एफआईआर में कहा कि जब में एक मैट पर स्ट्रेचिंग/वार्म अप कर रही थी तब आरोपी (बृजभूषण सिंह) उसके पास गया। उस समय उसका कोच वहां नहीं था। उसकी अनुमति के बिना उसकी टी-शर्ट खींची और अपना हाथ उसके स्तन पर रखा दिया, और उसकी सांस की जांच के बहाने हाथ को उसके पेट के नीचे सरका दिया तथा उसे गलत तरीके से छुआ। उन्होंने कहा, जब हम जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे तो सिंह ने अपने गुंडों के जरिए मुझसे संपर्क करने की कोशिश की और धमकियां भी दीं।
रिपोर्ट के अनुसार, सभी छह वयस्क पहलवानों से संबंधित एफआईआर में डब्ल्यूएफआई प्रमुख सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिसमें से ज्यातार महिला पहलवानों ने एफआईआर में बताया कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर कथित तौर पर सांस चेक करने के बहाने स्तर को छूने और पेट पर हाथ फेरने का आरोप लगाया है।
एक महिला पहलवान ने एफआईआर में दर्ज बयान में बताया, मुझे आरोपी सिंह ने बुलाया। उसने मेरी सांस की जांच के बहाने मुझे गलत तरीके से छुआ। इसके अलावा उसने बताया, चूंकि आरोपी सिंह हमेशा गलत बातें/इशारों में लिप्त होने की तलाश में था, लड़कियां, दोपहर या रात का खाना खाने अकेले नहीं जाना चाहती थीं। उन्होंने सामूहिक रूप से जाना शुरू कर दिया था, जिसमें वह भी शामिल थीं।
एक प्राथमिकी में दावा किया गया है कि एक नाबालिग पहलवान का डब्ल्यूएफआई प्रमुख द्वारा कथित तौर पर कई बार यौन उत्पीड़न किया गया था। आईपीसी और पोक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई प्राथमिकी में उत्पीड़न के आरोपों का विवरण दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ताओं द्वारा बताई गई घटनाएं कथित तौर पर 2012 और 2022 के बीच कई स्थानों पर हुईं, और एक व्यापक जांच की जरूरत है।