Monsoon Update: इन राज्यों में बरसेगी बारिश, जानें मौसम का हाल

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Update: 2022-08-07 19:05 GMT

नई दिल्ली: उत्तर से लेकर पश्चिम तक अगले 24 घंटे में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। बंगाल की खाड़ी में हल्के दबाव के कारण देश के कई हिस्सों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक 7, 8 और 9 अगस्त को पश्चिम और मध्य भारत में ज्यादा बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए पूरे उत्तर, मध्य और पश्चिम भारत के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।

इन राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, के कुछ हिस्सों और गोवा में 7 अगस्त को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं मध्य प्रदेश और सौराष्ट्र में सोमवार 8 अगस्त से लेकर मंगलवार 9 अगस्त तक बारिश होने का अनुमान लगाया है। वहीं तेलंगाना, तटीय और उत्तरी कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और केरल में भी अगले कुछ दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 7 अगस्त को पश्चिम और मध्य भारत में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान मध्य और पश्चिम भारत में बारिश से जुड़ा ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश
राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान राज्य के एक दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई। जालौर के केशवाना में सबसे ज्यादा 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रवक्ता के मुताबिक, चित्तौड़गढ़ के भैसरोड़गढ़ में बीते 24 घंटे में 60 मिलीमीटर, अजमेर के तातगढ़ और बारां के शाहबाद में 30-30 मिलीमीटर तथा करौली के मंडरायल में 20 मिलीमीटर पानी बरसा। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कई अन्य स्थानों पर 10 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
भारी बारिश से गुरुग्राम के कई इलाकों में जलजमाव
गुरुग्राम में रविवार सुबह भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित हो गया। पालम विहार, शीतला कॉलोनी, सूरत नगर, सेक्टर-14, चक्करपुर, राजीव नगर, संजय ग्राम और कई अन्य जगहों पर बारिश का पानी घरों में घुस गया। शहर की कई सड़कें, दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे औसतन 3-4 फीट पानी में डूब गया। हीरो होंडा चौक के पास दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे (एनएच-48) सर्विस लेन, इफको चौक, झारसा चौक, सेक्टर-31, नरसिंहपुर, सोहना रोड, बसई चौक, सोहना चौक, हनुमान चौक, एटलस चौक, आर्टेमिस रोड, कन्हाई चौक, गोल्फ कोर्स रोड, वाटिका चौक, सुभाष चौक, बघतावर चौक, अतुल कटारिया चौक, कापसहेड़ा बॉर्डर, उद्योग विहार, जोकबपुरा, सदर बाजार, महावीर चौक, मेदांता अंडरपास के पास डुंडाहेरा और ज्वाला चक्की सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके रहे।
यूपी के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, महाराजगंज, कुशीनगर से लेकर मऊ, जौनपुर, प्रयागराज, अयोध्‍या और वाराणसी में भारी बारिश का अलर्ट है। वहीं सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, अलीगढ़, मथुरा, एटा, शाहजहांपुर, लखीमपुरखीरी, फर्रुखाबाद, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हरदोई, कन्नौज, इटावा, कानपुर देहात, जालौन, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, झांसी, ललितपुर, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र में झमाझम बार‍िश की संभावना है।
'आपदाओं को रोकने के लिए केरल सरकार त्वरित कार्रवाई करे'
केरल हाई कोर्ट ने कहा है कि राज्य सरकार को मानसून के दौरान आपदाओं को रोकने के लिए 'उचित और त्वरित कार्रवाई' करनी चाहिए। न्यायालय ने राज्य में बाढ़ राहत गतिविधियों की निगरानी के लिए स्वयं एक जनहित याचिका पर विचार शुरू किया है। उच्च न्यायालय ने कहा, 'केरल राज्य में मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन, पानी के भरने आदि के कारण आपदा आती है। भारी बारिश के परिणामस्वरूप पोराम्बोक भूमि, कॉलोनियों, पहाड़ियों, अलग-अलग स्थानों, वृक्षारोपण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की संपत्ति को नुकसान होता है।'
31 जुलाई से केरल में हो रही भारी बारिश
केरल में 31 जुलाई से भारी बारिश हो रही है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कई दिनों तक राज्य के विभिन्न जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने कहा है कि केरल में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 31 जुलाई से छह अगस्त के बीच 21 लोगों की जान चली गई जबकि पांच लोग लापता हैं।
तमिलनाडु और कर्नाटक में आफत बनी बारिश
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में भारी बारिश की वजह से गोदावरी नदी में तेज बहाव है। केरल में भी कई नदियों में पानी का तेज बहाव है। राज्य के कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम जैसे जिलों में बारिश और बाढ़ से हालात खराब हैं। कर्नाटक में लगातार बारिश लोगों के लिए आफत बनी हुई है। प्रदेश में 1 जून से हो रही बारिश से कई जिले तबाह हो चुके हैं। पिछले करीब 2 महीने में राज्य में 40 से अधिक लोगों की जान बाढ़ की वजह से जा चुकी है।
इन राज्यों में बना हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र
चक्रवाती हवाओं (Cyclonic Winds) का क्षेत्र झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और इससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। इसके प्रभाव में 7 अगस्त को उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है।
जून-जुलाई में महाराष्ट्र में 27 प्रतिशत अधिक बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि इस साल मॉनसून की सुस्त शुरुआत के बावजूद महाराष्ट्र में जून और जुलाई के महीनों में सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संकलित आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 31 जुलाई तक 677.5 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर सात जून के आसपास राज्य में आता है लेकिन इस बार यह 11 जून तक आया और इसकी शुरुआत धीमी रही। अधिकारी ने कहा, 'जून के अंत तक, राज्य में वर्षा के कुल आंकड़ों से संकेत मिला है कि यहां सामान्य से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। हालांकि, तीव्रता में भारी वृद्धि हुई और जुलाई के अंत तक, राज्य में अधिक बारिश दर्ज की गई।'
जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश होने की संभावना
जम्मू-कश्मीर में अगले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर हल्की बारिश के साथ मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना है। इसकी सूचना मौसम विभाग ने रविवार को दी। जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क बना रहा। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में मुख्य रूप से शुष्क मौसम रहने की संभावना है और अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है।'
बिहार में कमजोर पड़ा मॉनसून
बिहार में मानसून कमजोर पड़ने लगा है। राजधानी पटना समेत कई शहरों में बारिश थम गई है। मौसम के जानकारों का कहना है कि मानसून ट्रफ प्रदेश से नहीं गुजर रहा है जिसकी वजह से मूसलाधार बारिश की गतिविधि में अभी कुछ दिनों तक कमी देखी जाएगी।
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