भविष्य के भारत से डरती है मोदी सरकार, बदल रही है देश का इतिहास: महुआ मोइत्रा
संसद का बजट सत्र जारी है, जहां गुरुवार को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी बात रखी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत आज भी पत्रकारों के लिए विश्वस्तर पर सबसे खतरनाक जगहों में से एक है। आप (मोदी सरकार) भविष्य के भारत से डरते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इतिहास बदलना चाहती है। वे वर्तमान पर भी विश्वास नहीं करते हैं। राष्ट्रपति अपने संबोधन की शुरुआत में स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बोलते हैं, जिन्होंने भारत के अधिकारों को सुरक्षित किया, लेकिन ये सिर्फ कहने की बात है।
मोइत्रा ने कहा कि ये सरकार हमारे गणतंत्र की आत्मा पर अविश्वास करती है, इसी वजह से उसने आधार को वोट के अधिकार से जोड़ने का काम किया है। इसके अलावा सरकार को अन्नदाता पर भी विश्वास नहीं है, जिन्होंने आपसे कहा था कि कृषि कानून ना लाएं। अब सरकार ने उसे वापस ले लिया है, लेकिन मुझे लगता है कि वो पश्चिमी यूपी में 70 सीटों को खोने की डर की वजह से लिया गया फैसला है। इस बात का एहसास तब हुआ, जब 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई।
टीएमसी सांसद ने कहा कि जैसे ही चुनाव नजदीक होते हैं, आप पगड़ी पहन लेते हैं और गठबंधन की पेशकश करते हैं, लेकिन इस बार चौधरी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने लोगों की जासूसी के लिए विदेशी सॉफ्टवेयर खरीदा और करदाताओं का पैसा पानी की तरह बहाया। देश के हालात बहुत ही चिंताजनक हैं, जहां मुसलमानों को आज भी किराए पर घर नहीं दिया जाता, उनको कोरोना का सुपर स्प्रेडर बताया जाता है। इसके अलावा उनका आर्थिक रूप से बहिष्कार हो रहा है। यूपी चुनाव में तो 80 प्रतिशत बनाम 20 प्रतिशत का नारा दिया गया है। ये हमारे गणतंत्र को बर्बाद कर देगा। उन्होंने अपने भाषण में हरिद्वार धर्म संसद का भी मुद्दा उठाया। टीएमसी सांसद ने पूछा कि क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस धर्म संसद में दिए गए बयानों को मंजूरी देते?