दिल्ली Delhi: रेजिडेंट नगर में छात्रों की ट्रॉली मौत का मामला अब टुकड़ों की परतें खुलने से शुरू हो गया है। वर्ष 2021 में इस बिल्डिंग के बेसमेंट basement of the building में व्यवसायिक गतिविधि की अनुमति नहीं होने के बावजूद अवैध रूप से लाइब्रेरी चल रही थी। अंदाज़ा, इसकी कीमत अपने भविष्य के छोटे सपने लेकर आए तीन छात्रों को जान कीमत चुकानी पड़ी। घटना के बाद निगम अधिकारियों ने रविवार देर रात को रेजिडेंट नगर इलाके में अवैध रूप से बेसमेंट में संचालित 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया।रिलेक्स गुरुकुल, एचएएल एकेडमी, प्लूटस एकेडमी, साई ट्रेडिंग, रिलायंस सेतु, टॉपर की एकेडमी, डेली डायलॉग, सिविल्स डेली रिचर्स, रिचर्स पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईसीआईसीआई, ईजी फॉर रिचर्स शामिल हैं। एमसीडी अधिकारियों ने दी जानकारी कि ये कोचिंग सेंटर रेजिडेंट नगर के विभिन्न जिलों में संचालित हो रहे थे। इनमें से एक का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में कोचिंग संचालित पाया गया और एक अन्य विपक्षी का उल्लंघन करते हुए सीलिंग कर नोटिस चस्पा कर दिया गया।
मेयर स्टाइल ओबेराय Meyer Style Oberoi ने निगम आयुक्त को बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थान या अन्य व्यावसायिक व्यवसाय के खिलाफ अभियान के निर्देश दिए हैं। मेयर का साफा निर्देश है कि इस मामले में एक-दूसरे को दोषारोपण नहीं करना चाहिए। दुर्घटना के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस साल रेन ने पिछले 88 साल का रिकॉर्ड बनाया है। इसलिए कई जगहों पर ऐसी घटनाएं होने की समस्या है, लेकिन निगम का प्रयास है कि ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने निगमायुक्त को पत्र लिखकर दो महत्वपूर्ण निर्देश दिये हैं। सबसे पहले, निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले आर्किटेक्चर के बेसमेंट में स्थित रेलवे भी कोचिंग संस्थान के छात्रों का उल्लंघन करते हुए उन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। दूसरा, इस दुर्घटना के लिए अगर कोई भी निगम अधिकारी जिम्मेदार है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।