दिल्ली में मुंबई के हाजी मस्तान गैंग की तर्ज पर मस्तान गैंग का पर्दाफाश

Update: 2022-02-09 14:20 GMT

क्या किसी गैंग की फ्रेंचाइजी भी होती है? ये सवाल अटपटा लग रहा होगा, लेकिन दिल्ली पुलिस के पास इस सवाल का जवाब है। क्योंकि दिल्ली पुलिस ने 9 फरवरी को एक गैंग पकड़ा जो फ्रेंचाइजी गैंग के नाम पर बेधड़क होकर लूटपाट की वारदात कर रहा था। मानों उसे लूटने और क़त्ल की कोशिश का लाइसेंस मिल गया हो। लेकिन वक़्त रहते पुलिस को इस गिरोह की ख़बर लग गई और उसने जब इस गिरोह के पांच लोगों को पकड़ा तब जाकर ये राज़ खुला कि ये तो फ्रेंचाइजी गैंग है.

असल में मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान के नाम पर दिल्ली के पांच बदमाशों ने मिलकर उसे मस्तान गैंग कहना और कहलाना शुरू कर दिया। और फिर ये लोग मुंबई के हाजी मस्तान गैंग की नकल करते हुए लोगों को धमकाने, हत्या की कोशिश करने और लूटपाट करने के धंधे में लग गए। ये गैंग लोगों को हाजी मस्तान गैंग की फ्रेंचाइजी के तौर पर मस्तान गैंग के नाम पर धमकाता था। लेकिन पुलिस ने जब इस गिरोह के पांच खतरनाक बदमाशों को पकड़ा तो एक और राज़ सामने आया। इस गिरोह ने अपने गैंग के लोगों के नाम भी मुंबई अंडरवर्ल्ड की तरह ही रख लिए थे। फरदीन हड्डी, समीर मूंगफली, फैजान पिस्टल इस गैंग के बदमाशों के नाम हैं जिन्हें पुलिस ने गिरफ़्तार किया।


असल में पुलिस को 6 फरवरी को दिल्ली के सीलमपुर इलाक़े में कारोबारी अब्दुल्ला को चाकू से घायल करके लूटपाट करने की वारदात सामने आई। पुलिस ने जब लुटेरों की तलाश शुरू की तो उसने CCTV खंगाला और टेक्निकल सर्वेलांस के जरिए बदमाशों का पता ढूंढ़ लिया। पुलिस को पता चल गया कि इस वारदात के पीछे मस्तान गैंग का हाथ है। पुलिस ने जाल बिछाकर 7 फरवरी को फरदीन हड्डी को टायरवाली पुलिया सीट मार्केट के पास से गिरफ्तार कर लिया। तब फरदीन हड्डी ने पुलिसवालों को बताया कि मस्तान और पिस्टल के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहा था।तब पुलिस ने उसकी निशानदेही पर समीर मूंगफली, आरिश, शोएब मस्तान और फैजान पिस्टल को सीलमपुर के पास सेंट्रल पार्क से गिरफ़्तार कर लिया।

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