Mansoon Update: देश भर में बारिश के साथ गर्मी और उमस का आसार

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Update: 2022-08-08 18:53 GMT

नई दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को लोगों को मौसम के बदले हुए तेवर का एक बार फिर सामना करना पड़ेगा। बारिश की उम्मीद कम ही जताई गई है। ऐसे में लोगों को गर्मी और उमस जैसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। एनसीआर में बारिश जैसी स्थिति कम ही बन पाने के कारण किसानों की स्थिति खराब होती जा रही है। मॉनसून की बारिश पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य की तरफ बढ़ रही है। सबसे खराब हालात गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के हैं। गाजियाबाद में 82.5 एमएम बारिश हुई है। यह सामान्य से 67 पर्सेंट कम है। इसी तरह गौतमबुद्ध नगर में सिर्फ 76 एमएम बारिश हुई है। यह सामान्य से 69 पर्सेंट कम है। दिल्ली में सोमवार को सूखा मौसम रहने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से मौसम की सटीक भविष्यवाणी पर असर पड़ा है। क्लाइमेट चेंज से भारी बारिश के मामले बढ़े हैं, जबकि हल्की बारिश में कमी दर्ज की गई है।

दिल्ली में सोमवार को मौसम साफ होने का अनुमान जताया है। हालांकि, आसमान में बादल भी आएंगे। लेकिन, बारिश की संभावना महज 11 फीसदी जताई गई है। आंशिक बादल और 100 फीसदी ह्यूमिडिटी के कारण दिन में धूप निकलने की स्थिति में तापमान से अधिक गर्मी का अहसास होगा। हवाओं के बंद होने से अधिक परेशानी हो सकती है। दिन में अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में एक बार फिर 11 अगस्त को बारिश होने का अनुमान जताया गया है।

गाजियाबाद में बारिश नहीं होने से परेशानी
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि जिन जिलों में सामान्य से 50 फीसदी से कम बारिश होती है, उन्हें कम बारिश की श्रेणी में रखा जाता है। दिल्ली एनसीआर के बाकी शहरों में बारिश हो रही है। गाजियाबाद में बादल तो छाए रहते हैं, लेकिन बारिश नहीं होती है। पर्यावरणविद आकाश वशिष्ठ ने बताया कि मॉनसूनी हवाएं गाजियाबाद के ऊपर बनी है, लेकिन स्थानीय स्तर पर नमी नहीं मिल रही। इसी वजह से बारिश नहीं हो रही। यही हालत गौतमबुद्ध नगर का भी है। यहां पर प्राकृतिक जंगल की जगह कंक्रीट के जंगल हैं। मॉनसूनी हवाओं को जरूरत के हिसाब से इसी लिए यहां नमी नहीं मिल पाती। इससे बारिश कम हो रही है।

अर्बन हीट आईलैंड से बिगड़ रहा है खेल
पर्यावरणविद विक्रांत शर्मा का कहना है कि गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में कई जगह पर हीट आईलैंड की स्थिति बनी रहती है। इसमें राजनगर एक्सटेंशन, इंदिरापुरम, शहर के भीतर के हिस्से में यह स्थिति देखने को मिलती है। इस वजह से इस बार के मॉनसून में हर जगह एक साथ बारिश होने के बाद पॉकेट रेन की स्थिति देखने को मिल रही है। हीट आईलैंड की वजह से मॉनूसनी हवाओं को नमी नहीं मिलती और बारिश नहीं कर पाती हैं। कहीं तापमान ज्यादा तो कहीं बहुत कम इसी को अर्बन हीट आइलैंड कहते हैं।

कंक्रीट की बिल्डिंग, मल्टीस्टोरी के घर जहां कम जगह में ज्यादा लोग रहते हैं, एसी से निकलने वाली गर्मी, वाहनों की गर्मी और आबादी का ज्यादा घनत्व, ये सब मिलाकर अर्बन हीट आइलैंड बनाते हैं। मसलन आसपास कोई झील हो तो वहां का तापमान बाकी जगहों के मुकाबले 2 से 4 डिग्री तक कम रहेगा।

अभी तक नहीं हुई भारी बारिश
जुलाई का पूरा महीना बीत गया, अगस्त का पहला सप्ताह भी बीत गया। लेकिन, जिले में अभी तक एक दिन भी मूसलाधार बारिश देखने को नहीं मिली। आसमान में बादल रहे रिमझिम रिमझिम बारिश का सिलसिला चलता रहता है। इस बारिश से प्रदूषण स्तर में काफी सुधार हो गया है। तापमान भी नीचे लुढ़का है।

1 जून से लेकर अब तक हुई बारिश (बारिश मिलीमीटर में)
जिला बारिश हुई संभावित बारिश कमी
गाजियाबाद 82.5 250.8 67 फीसदी
गौतमबुद्ध नगर 76 248.5 69 फीसदी
हापुड़ 371.8 365.3 2 फीसदी अधिक
फरीदाबाद 182.6 291.6 37 फीसदी
गुड़गांव 277.5 268.7 3 फीसदी अधिक
नोएडा और गाजियाबाद का मौसम


नोएडा और गाजियाबाद में दिन में बादल छाए रहने का अनुमान है। पिछले दिनों हुई बारिश का असर अभी दिखेगा। हालांकि, दिन में धूप निकलने के बाद उसम बढ़ सकती है। इस पूरे इलाके में हवाओं का बहाव थमने के कारण लोगों का परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। नोएडा और गाजियाबाद में सोमवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। बारिश की संभावना 10 फीसदी बताई जा रही है। इस सप्ताह में मूसलाधार बारिश की संभावना दोनों जिलों में कम ही बनती दिख रही है।


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