Delhi : मरम्मत के लिए 90,000 रुपये का बिल मिलने पर व्यक्ति ने ओला स्कूटर को तोड़ दिया
New Delhi नई दिल्ली : ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़ी एक चौंकाने वाली घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस वीडियो में एक व्यक्ति सड़क के बीचों-बीच अपने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को पीटता हुआ दिखाई दे रहा है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ग्राहक ने एक महीने पहले ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदा था और उसके तुरंत बाद ही उसमें दिक्कतें आने लगीं। वीडियो में कंपनी पर मरम्मत के लिए 90,000 रुपये का बिल जारी करने का आरोप लगाया गया है।
वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "शोरूम ने 90,000 रुपये का बिल बनाया, जिससे ग्राहक नाराज हो गया और उसने शोरूम के सामने ही स्कूटर तोड़ दिया।" वीडियो में सफेद टी-शर्ट पहने एक व्यक्ति ओला इलेक्ट्रिक शोरूम के सामने स्कूटर पर हमला करता हुआ दिखाई दे रहा है। साथ ही, शोरूम के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ जमा दिखाई दे रही है।
ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटर में सॉफ्टवेयर से लेकर हार्डवेयर तक की समस्याओं का सामना ग्राहकों को लगातार करना पड़ रहा है। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने भाविश अग्रवाल की अगुवाई वाली ओला इलेक्ट्रिक की उपभोक्ता शिकायत समाधान प्रक्रिया की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
पिछले महीने ओला इलेक्ट्रिक ने दावा किया था कि राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) पर 10,644 शिकायतों में से 99.1 फीसदी का समाधान किया गया है। सीसीपीए ने उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा था।
हाल ही में आईएएनएस से बातचीत में कई उपभोक्ताओं ने कहा कि स्कूटर में हैंग होने और बैटरी की समस्या समेत कई समस्याएं हैं। कंपनी के पास कम सर्विस सेंटर होने की वजह से स्कूटर की मरम्मत के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा स्कूटर के पुर्जे भी काफी महंगे हैं।
इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को शेयर 56 फीसदी यानी 88.21 रुपये प्रति शेयर की गिरावट के साथ 69.19 रुपये पर बंद हुआ, जो इसके अब तक के उच्चतम स्तर 157.40 रुपये प्रति शेयर से कम है। भारी गिरावट के कारण कंपनी का मार्केट कैप 38,000 करोड़ रुपये कम हो गया है। मार्केट कैप करीब 69,000 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था, जो घटकर करीब 31,000 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी के शेयर में गिरावट का कारण ग्राहकों की खराब सेवा और उत्पाद की गुणवत्ता को लेकर लगातार आ रही शिकायतों को माना जा रहा है।
(आईएएनएस)