नयी दिल्ली, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (mallikarjun kharge) ने सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर कल दिये गये भाषण में से छह शब्दों को कार्यवाही से हटाये जाने पर आज आपत्ति की और कहा कि उनके शब्द नियम के तहत थे।
खड़गे ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद कहा कि उन्होंने अपना भाषण नियम के तहत दिया था और उसमें कोई आरोप नहीं लगाये गये थे। सभापति को चंद शब्दों पर संशय था तो वह उनसे पूछ सकते थे। उन्होंने कहा कि सभापति सदस्यों को भाषण के दौरान बारबार टोकते हैं। उन्होंने कहा " मेरे बचाव में जो सदस्य आते हैं उन्हें भी वे टोकते हैं।"
इससे पहले कांग्रेस के प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा कि विपक्ष के नेता ने कल संसद में भाषण के दौरान जिन शब्दों का प्रयोग किया था वे संसदीय थे। उन्होंने कहा कि जो शब्द हटाये गये उन्हेें कार्यवाही का हिस्सा बनाये रखा जाना चाहिए।
इससे पूर्व सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) द्वारा नियम 267 के तहत दिये गये नोटिस को अस्वीकार किये जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के संजय सिंह ने सदन से वहिर्गमन किया। नियम 267 के तहत श्री सिंह के अलावा तेलंगना राष्ट्र समिति के के केशव राव ने भी नोटिस दिया था लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया।
Source : Hamara Mahanagar
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