मरीजों व तीमारदारों की अस्पताल में चिकित्सकों के कक्ष के बाहर लंबी-लंबी लाइन
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: दिल्ली से सटे नोएडा में भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के कारण घर-घर में कोई न कोई पेट दर्द, एलर्जी, उल्टी, दस्त व डायरिया का मरीज हैं। जिला अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सालय में बड़ी संख्या में हर दिन मरीज पहुंच रहे हैं। मरीजों की भीड़ के कारण समयावधि खत्म होने के बाद भी चिकित्सकों को ओपीडी में बैठना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में शुक्रवार को दो हजार से अधिक मरीज पहुंचे। जिसके चलते पर्चा, दवा, जांच लैब व ओपीडी में चिकित्सकों के कक्ष के बाहर मरीजों व तीमारदारों की लंबी लाइन रही। तेज धूप में घंटों तक खड़े रहने के कारण कई मरीजों की तो लाइन में ही तबीयत ढीली हो गई। इसके अलावा अन्य मरीजों को भी विभिन्न दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ओपीडी में सबसे ज्यादा मरीजों की भीड़ फिजीशियन कक्ष के बाहर दिखी। बुखार, उल्टी, डायरिया, पेट दर्द समेत अन्य बीमारी के मरीजों की संख्या अधिक रही। बुजुर्ग व बच्चों पर मौसम की मार अत्याधिक पड़ रही है। बाल रोग विशेषज्ञ के पास रोजाना 300 से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। अधिकांश को उल्टी, पेट दर्द व डायरिया की शिकायत है। जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ सिर्फ एक होने के कारण अभिभावक घंटों तक बच्चे को लेकर ओपीडी के बाहर बैठे रहते हैं। उनके लिए गर्मी से बिलखते बच्चों को संभालना तक मुश्किल हो जाता है।
पर्चा बनवाने वाले काउंटर से लेकर दवा काउंटर पर मरीजों की लंबी लाइन: अस्पताल के पर्चा बनवाने वाले काउंटर से लेकर दवा काउंटर पर मरीजों की लंबी लाइन रही। धक्का मुक्की के बीच धूप में खड़े होकर लोगों ने अपना पर्चा तो किसी तरह से बनवा लिया, लेकिन ओपीडी में फिर उन्हें इसी समस्या का सामना करना पड़ा। ऐसा ही कुछ हाल लैब का रहा। जांच कराने के लिए मरीजों में जद्दोजहद जारी रही। गर्मी के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गर्मी में अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था न होने के कारण खून जांच कराने में एक मरीज को कम से कम 30 मिनट तक इंतजार करना पड़ा।
जिला अस्पताल में चिकित्सकों का अभाव, मरीज परेशान: जिला अस्पताल की ओपीडी में कई चिकित्सक नदारद रहे। जिससे मरीजों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई। दरअसल, ओपीडी के साथ ही चिकित्सकों को ओटी समेत वार्ड में भर्ती मरीजों को भी देखना पड़ता है। जिला अस्पताल में पहले से ही चिकित्सकों का अभाव है। इसके अलावा पैरा मेडिकल की भी काफी कमी है। आधा स्टाफ कोविड अस्पताल में जाने के कारण यह समस्या और ज्यादा बढ़ गई है। हालांकि सीएमएस ने चिकित्सकों को ओपीडी न छोडऩे के लिए निर्देशित किया है। वहीं जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. विनीता अग्रवाल का कहना है कि गर्मी के कारण इन दिनों हीट स्ट्रोक के मरीज बढ़ गए हैं। चिकित्सक इलाज के साथ ही मरीजों को बचाव की सलाह भी दे रहे हैं। सुबह होते ही अस्पताल में मरीजों की भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है।