अकाउंटेंट और इलेक्ट्रिशयन का काम छोड़ बन गया जालसाज, दिल्ली पुलिस ने दबोचा
दिल्ली क्राइम न्यूज़: 1 अप्रैल (टीम डिजिटल):एटीएम पर कैश निकालने के लिए आने वाले बुजुर्गो से धोखाधड़ी करने वाले एक जालसाज को साउथ जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान सुल्तानपुरी निवासी संजय (40) के तौर पर हुई है। ये अकाउटेंट और इलेक्ट्रिशियन का काम छोड़ इस धंधे में उतरा था। वह कॉमर्स में ग्रेजुएट है और तीन आपराधिक मामलों में वांछित हैं। पुलिस ने इसके पास से 45 एटीएम, एक स्कूटर, एक बटनदार चाकू और एक फर्जी नंबर प्लेट बरामद की है।
डीसीपी चंदन चौधरी के मुताबिक,30 मार्च की दोपहरर ग्रेटर कैलाश थानाध्यक्ष अजीत कुमार अपनी टीम के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आर ब्लॉक रेड लाइट के नजदीक एक शख्स को स्कूटी की नंबर प्लेट बदलते देखा। जिस कारण पुलिस ने उसे पकड़ लिया। संदिग्ध नजर आ रहे एक शख्स की तलाशी ली गई, जिसके पास से 45 बैंक एटीएम, एक चाकू और फर्जी नंबर प्लेट मिली। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह पुराने और चोरी के एटीएम कार्ड स्मैकियों और चोरों से ले लेता था। बाद में वह उसी बैंक के एटीएम पर जाता। जब कोई बुजुर्ग एटीएम से रुपये निकालने जाता तो वह उनकी मदद के बहाने उनके एटीएम का पिन नंबर देख अपना एटीएम कार्ड उन्हें देकर उनसे ले लेता था। पीडि़त के चले जाने बाद वह एटीएम से कैश निकाल फरार हो जाता था।
आरोपी साल 2007 में दिल्ली आया था। वह साल 2007 में दिल्ली आया था और यहां उसने नरेला में स्टेशनरी होलसेल सप्लायर के यहां तीन साल तक अकाउटेंट के तौर पर काम किया। इसके बाद वह निजी स्तर पर इलेक्ट्रिशियन का काम करने लगा। साल 2020 में उसने जालसाजी का यह गुण सीख लोगों को ठगना शुरू कर दिया।