New Delhi नई दिल्ली: निवर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जिन्होंने मंगलवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना को अपना त्यागपत्र सौंपा था, अगले कुछ सप्ताह में उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित अपना सरकारी बंगला खाली कर देंगे, पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अपना सरकारी आवास छोड़ने के बाद केजरीवाल और उनका परिवार दिल्ली में ही रहेगा। पार्टी पदाधिकारी ने बताया कि उनके लिए उपयुक्त आवास की तलाश जारी है। नियमों के अनुसार, केजरीवाल को अपने त्यागपत्र के एक महीने के भीतर सरकारी बंगला खाली करना होता है।
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने भाजपा पर दिन-रात उन पर कीचड़ उछालने और बदनामी करने का आरोप लगाया और लोगों से यह तय करने को कहा कि वह ईमानदार हैं या नहीं। पिछले कुछ वर्षों में कथित शराब घोटाला और ‘शीश महल’ घोटाले भाजपा के लिए लगातार विरोध प्रदर्शनों, धरना-प्रदर्शनों और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उनकी छवि को धूमिल करने का मुद्दा बन गए हैं।
भाजपा आरोप लगा रही है कि सरकारी बंगले, जिसे वे ‘शीश महल’ कहते हैं, का जीर्णोद्धार केजरीवाल ने सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये खर्च करके करवाया है और यह सरकारी नियमों के विरुद्ध है। दिसंबर 2013 में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। मुख्यमंत्री के तौर पर वे मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहे। फरवरी 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के भारी बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद वे उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए।