नई दिल्ली (आईएएनएस)। कौशल विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने एक विशेष 'कौशल रथ' की पहल की है। 'कौशल रथ' स्किल इंडिया मिशन को बढ़ावा देने वाली एक कस्टमाइज्ड बस है। यह दूरदराज के इलाकों में रहने वाले युवाओं के लिए कौशल विकास के अवसरों का विस्तार कर रही है। फिलहाल यह पहल राजस्थान में काफी प्रभावी रूप से सक्रिय कार्य कर रही है।
केंद्र के मुताबिक इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर स्किलिंग इंटरवेंशन को लक्षित करके 60,000 युवाओं का उत्थान करना है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शिक्षा तथा कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के मार्गदर्शन में बड़ी संख्या में युवाओं को इंडस्ट्री-रेलेवेंट स्किल ट्रेनिंग लेने में सक्षम बनाने के लिए सितम्बर महीने में 'कौशल रथ' पहल को लॉन्च किया गया था।
यह उनके थ्योरेटिकल और साथ ही प्रैक्टिकल नॉलेज में सुधार करता है। साथ ही आवश्यक तालमेल, निरीक्षण और प्रभावी समन्वय लाकर उन्हें बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद करेगा। यह प्रशिक्षण छात्रों को 3डी एनिमेशन और इमर्सिव एक्सपीरियंस से परिचित होने का अवसर प्रदान कर रहा है। इससे यह जानकारी मिली कि पृथ्वी से खनिज कैसे निकाले जाते हैं। बाद में कैसे विभिन्न प्रयोजनों के लिए आपूर्ति करने से पहले परिष्कृत किया जाता है।
राजस्थान स्टेट जीएसएसएस मांडलिया स्कूल के छात्र विष्णु भट्ट ने इस उल्लेखनीय पहल की सराहना की और चर्चा की कि कैसे मोबाइल ऐप पर वीडियो प्रेजेंटेशन और इमेज के संयोजन ने उन्हें खनन प्रक्रिया को समझने में मदद की। उन्होंने इन बसों के माध्यम से सीखना जारी रखने और कंप्यूटर स्किल में सुधार करने की इच्छा व्यक्त की।
मंत्रालय का कहना है कि इस कार्यक्रम से कई छात्र लाभान्वित हुए हैं। इन छात्रों ने इस पहल की सराहना की है और बताया है कि कैसे इन बसों ने एक व्यापक ऑडियो-विज़ुअल एक्सपीरियंस प्रदान किया है जिससे वे परिवर्तनशील जॉब मार्केट का हिस्सा बनने के लिए अपने कौशल और दक्षताओं को बढ़ाने में सक्षम हो गए हैं।
10वीं कक्षा की छात्रा द्रौपदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित बसों के साथ एमएस वर्ड का संचालन करना उनके लिए त्वरित और आसान हो गया है। ये पहल उसे बदलती बाज़ार आवश्यकताओं के साथ तालमेल बिठाने में सहायता करती है, जिससे उसे अपनी शैक्षिक यात्रा में बढ़त मिलती है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं हैं और भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने में उनके योगदान पर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा, राजस्थान के युवाओं में अपार संभावनाएं हैं और उन्होंने विभिन्न अवसरों पर अपनी क्षमता दिखाई है और कौशल रथ के माध्यम से, हम युवाओं की क्षमता का दोहन करने के लिए एक पाथवे तैयार करेंगे। यह पहल एक मजबूत और मांग आधारित डिजिटल स्किल इकोसिस्टम के निर्माण में सरकार के प्रयासों का प्रमाण है और बसें एक लचीले और सक्षम कार्यबल का निर्माण करने वाले कौशल कार्यक्रमों के बारे में पहुंच, जागरूकता और जानकारी को बढ़ावा देना जारी रखेंगी।
एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमीडी वेद मणि तिवारी ने कहा, इस कार्यक्रम का आयोजन करना और भारत की युवा पीढ़ी के उत्साह को देखने का सौभाग्य हमें बेहद गर्व से भर देता है। कौशल रथ पहल के माध्यम से सीखने के दौरान आज छात्रों की प्रतिक्रिया हमारे दृढ़ विश्वास की पुष्टि करती है कि हम भारत को स्किल का ग्लोबल हब बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।