ट्रेन की चपेट में आने के बाद घायल कारोबारी को पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कारोबारी की करोलबाग में गाड़ी के कलपूर्जे की दुकान थी।
पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर मेट्रो स्टेशन पर गुरुवार सुबह कारोबार में घाटा होने से परेशान एक कारोबारी ने ट्रेन के सामने छलांग लगाकर जान दे दी। ट्रेन की चपेट में आने के बाद घायल कारोबारी को पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कारोबारी की करोलबाग में गाड़ी के कलपूर्जे की दुकान थी। पुलिस परिवार वालों से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है।
मृत कारोबारी की शिनाख्त अशोक नगर, तिलक नगर निवाली सतीश मल्होत्रा (65) के रूप में हुई। मेट्रो पुलिस उपायुक्त जितेंद्र मणि ने बताया कि गुरुवार सुबह 8.34 बजे पुलिस को सूचना मिली कि तिलक नगर मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक शख्स ने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी है। पुलिस के स्टेशन पहुंचने से पहले सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ और मेट्रो कर्मचारी ने घायल शख्स को ट्रैक से बाहर निकाला और उसे दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृत व्यक्ति के पास से न ही कोई सुसाइड नोट मिला और न ही कोई कागजात मिले हैं, जिससे उसकी पहचान हो सके। पुलिस ने आसपास के थानों में घटना की जानकारी दे दी। उधर, काफी देर तक दुकान नहीं पहुंचने पर सतीश के दामाद फतेहनगर निवासी रोहित थाने पहुंचे। जहां से उन्हें तिलक नगर मेट्रो स्टेशन पर खुदकुशी करने के बारे में पता चला। रोहित डीडीयू अस्पताल पहुंचे और मृतक की शिनाख्त अपने ससुर सतीश मल्होत्रा के रूप में की।
रोहित ने बताया कि सतीश अपनी पत्नी के साथ तिलक नगर में रहते थे। उनकी दो बेटियां हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। उनका करोलबाग में गाड़ी के कलपूर्जे की दुकान थी। कोरोना महामारी के दौरान उन्हें कारोबार में काफी घाटा हुआ, जिससे वह काफी परेशान रहते थे। इसकी वजह से वह अवसाद में चल रहे थे। गुरुवार सुबह वह घर से दुकान जाने की बात कहकर निकले थे। पुलिस परिवार वालों से पूछताछ कर मामले की छानबीन में जुटी है। घटना की वजह से द्वारका से नोएडा की ओर जाने वाली मेट्रो परिचालन 20 मिनट तक बाधित रही, जिसे बाद में सुचारू कर दी गई।