नॉएडा ब्रेकिंग न्यूज़: यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने महत्वकांक्षी परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Noida International Airport) के ठीक सामने जापान और कोरिया एक-एक अत्याधुनिक शहर बसाएंगे। इन शहरों का क्षेत्रफल 500-500 एकड़ होगा। इसके लिए जल्दी ही यमुना अथॉरिटी के अफसरों का एक डेलिगेशन दोनों देशों की यात्रा पर जा रहा है। यह जानकारी यमुना ऑथोरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने दी है।
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का हिस्सा है प्रोजेक्ट: आगामी 10 फरवरी 2023 से लेकर 12 फरवरी तक 'यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' (UP Global Inverstors Summit) का आयोजन किया जाएगा। जिसमें यमुना प्राधिकरण करीब 60 हजार करोड़ रुपए का निवेश लेकर आएगा। इसको लेकर यमुना अथॉरिटी में तैयारियां शुरू हो गई हैं। यमुना अथॉरिटी का दावा है कि अपने लिए निर्धारित 60 हजार करोड़ रुपए के लक्ष्य से भी ज्यादा निवेश हासिल करेंगे।
जापान और टोक्यो बसाएंगे 500-500 एकड़ की टाउनशिप: यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी समेत 17 अधिकारी 9 दिसंबर को जापान और कोरिया के लिए रवाना होंगे। यमुना अथॉरिटी ने कोरिया और जापान जाने से पहले अपनी पूरी प्लालिंग कर ली है। यमुना सिटी में जापान और कोरिया इंडस्ट्रियल सिटी बसाई जाएगी। इसके लिए यमुना अथॉरिटी ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के गेट के सामने सेक्टर-7 में 500 एकड़ जमीन जापानी और 500 एकड़ जमीन कोरिया सिटी बसाने के लिए आरक्षित कर दी गई है। इसमें 100 प्रतिशत एफडीआई होगा। 500-500 एकड़ जमीन पर बसने वाली कोरिया और जापानी सिटी में 70 प्रतिशत जमीन उद्योगों के लिए रिजर्व रहेगी। बाकी जमीन के 20 प्रतिशत हिस्से पर वाणिज्यिक और 10 प्रतिशत पर आवासीय, संस्थागत और वेंडर जोन आदि एक ही स्थान पर होंगे।
मेडिकल डिवाईस और इलेक्ट्रॉनिक्स मेन्यूफेक्चरिंग होगी: जापान मेडिकल उपकरण के क्षेत्र में और कोरिया इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अपनी पहचान रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए यमुना अथॉरिटी ने यहां पर दो देशों की इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाने का फैसला लिया है। मेडिकल डिवाईस पार्क में 99 प्लॉट रिर्जव हैं। यहां 200 एकड़ जमीन अलग से रखी गई है। इसमें 1,000 और 2,100 वर्गमीटर साइज के प्लॉट शामिल हैं। जापान के टोक्यो में कई बड़ी कंपनी एमओयू करेंगी। मेडिकल डिवाईस पार्क में कई विदेशी फार्मा कंपनी भी निवेश के लिए तैयारी कर रही हैं।