नई दिल्ली, (आईएएनएस)| जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) के डॉ. अहमद अजीम को 'दिल्ली गौरव अवार्ड' से संम्मानित किया गया है। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में उनको यह पुरस्कार दिया गया। जनसंपर्क एवं जनसंचार क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ अजीम को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जामिया ने पिछले 4 वर्षों में कुलपति प्रो. नजमा अ़ख्तर के नेतृत्व में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विश्विद्यालय की राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। मौजूदा व़क्त में विश्विद्यालय को नैक द्वारा अ प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त है जो कि टॉप ग्रेड है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में जामिया को देश के तीसरे टॉप विश्विद्यालय का मुकाम हासिल है। इनके अलावा जामिया की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग्स में भी बहुत अधिक सुधार हुआ है। विश्विद्यालय के इस बेहतरीन प्रदर्शन के पीछे अध्यापकों, छात्रों के साथ-साथ विश्विद्यालय की छवि को बेहतर बनाने में जामिया के जनसंपर्क का अहम योगदान रहा है। यही कारण है कि जामिया के डॉ अहमद अजीम की कोशिशों को इस अवार्ड के जरिए सराहा गया है।
वहीं शुक्रवार को जामिया में भारतीय भाषाओं पर अनुसंधान और अकादमिक लेखन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान समस्त भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के 75 से अधिक युवा शोधार्थियों और संकाय सदस्यों ने भागीदारी की।
डीन प्रोफेसर सारा बेगम ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय भाषाओं को खुद को फिर से स्थापित करने के लिए शोध की अत्यधिक आवश्यकता है।
जामिया के शैक्षिक अध्ययन विभाग के प्रमुख डॉ. अरशद इकराम अहमद ने कहा कि शैक्षिक अध्ययन विभाग ने शिक्षा के औपनिवेशिक चरित्र को शिक्षा के राष्ट्रीय चरित्र में बदलने की पहल की है, इस तरह की पहल से उन्हें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय भारतीय भाषाओं में अनुसंधान को बढ़ावा देने में नई ऊंचाई हासिल करेगा।
केंद्रीय शिक्षा संस्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. नीरा नारंग, जो उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि थीं, उन्होंने कहा कि न केवल शोध, बल्कि दुनिया भर की शिक्षा की पूरी प्रणाली भारतीय शिक्षा प्रणाली से सीख सकती है।
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