इंक्वायरी कमेटी नियुक्ति घोटाला को लेकर मंगलवार को रितु माहेश्वरी को सौंपेगी रिपोर्ट
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) में हुए 70 लोगों की फर्जी नियुक्तियों में जहां इंटेलिजेंस ब्यूरो जांच कर रही है, वहीं इस मामले की जांच कर चुकी तीन एसीईओ की समिति ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। एसीईओ प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता वाली तीन आईएएस अफसरों की समिति की जांच रिपोर्ट मंगलवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सीईओ रितु महेश्वरी को सौंपी जाएगी।
सीएम और पीएम दफ्तरों ने अथॉरिटी से मांगी रिपोर्ट: नियुक्ति घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले समाज सेवी राजेंद्र सिंह का कहना है, "पहले मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंचा था। मेरठ मेडिकल के रहने वाले नील कमल की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई गई। पीएमओ ने मुख्यमंत्री कार्यालय से रिपोर्ट मांगी। सामांतर रूप से इंटेलिजेंटस ब्यूरे को जांच करने का आदेश दिया है।" राजेंद्र सिंह का कहना है कि एसीईओ प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता में बनी जांच समिति ने साक्ष्य मांगे थे। समिति को 28 अक्टूबर 2022 को सारे सबूत दे दिए गए थे। दो बार में फर्जी तरीके से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में नियुक्तियां की गई हैं। सबसे पहले एक एजेंसी के जरिए 35 लोगों को भर्ती किया गया। इसके बाद जैम पोर्टल के माध्यम से पहले से काम करने वाली एजेंसी से 35 लोगों की भर्ती कर डाली।
अफसरों, एजेंसी और कर्मचारियों के रिश्तेदार भर्ती: राजेंद्र सिंह ने कहा, "हमने जांच समिति को फर्जी नियुक्तियां हासिल करने वाले लोगों की लिस्ट दे दी हैं। सबसे पहले ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की सीईओ के स्टाफ अफसर वीपी नवानी ने अपने बेटे अजय नवानी को इलेक्ट्रिक विभाग में भर्ती कराया। एसीईओ अमनदीप डुली के स्टाफ अफसर राजा राम मौर्य ने अपने भतीजे अंकित मौर्य, भतीजे गौरव कुमार और दुर्गेश कुमार को भर्ती करवाया। मानव संसाधन विभाग के प्रभारी प्रबंधक सुधीर भाटी ने अपने संबंधी अमित भाटी और चचेरे भाई विपिन भाटी को भर्ती किया। माधव एजेंसी के माध्यम से भर्ती की गई हैं। एजेंसी के मालिक अनुराग शर्मा ने अपने भतीजे वरूण शर्मा और दूसरे भतीजे ध्रुव शर्मा को भर्ती करवाया है। एसीईओ अमनदीप डुली के चपरासी ध्रुव सिंह ने अपने दो बेटों अभिषेक और विवेक को भर्ती करवाया है। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर के रिश्तेदार अवधेश करण और अमरजीत सिंह करण भर्ती कर लिए गए हैं।
बिना प्रचार-प्रसार कर डालीं ताबड़तोड़ नियुक्तियां: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के निजी सचिव गजेंद्र चौधरी ने अपने पुत्र विवेक चौधरी, भतीजे मनीष खारी, नवाब खारी, बहू मिथलेश, दोस्त का बेटा अमित कुमार भाटी, भतीजा रितिक और साले का बेटा लावांश भाटी समेत 10 रिश्तेदारों को भर्ती करवाया है। इस तरह ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में बगैर किसी विज्ञापन, टेस्ट और इंटरव्यू के धडल्ले से अधिकारियों ने अपने-अपने रिश्तेदारों को भर्ती करा डाला। ग्रेटर नोएडा शहर तो क्या आसपास के जिले, नोएडा, यमुना अथॉरिटी तक के अधिाकारी और कर्मचारियों को कानोंकान भनक तक नहीं लगने दी गई।