एक्सप्रेसवे पर टोल फ्री सफर करना है तो दोपहर तक निकल लें, काम की 10 बड़ी बातें जाने
दिल्ली: दिल्ली-वडोदरा-मुंबई (DVM) एक्सप्रेसवे का पहला हिस्सा पब्लिक के लिए खुल गया है। DVM पर जाने के लिए NH-48 पर धौलाकुंआ से गुड़गांव सरहौल बॉर्डर होते हुए राजीव चौक से लेफ्ट टर्न है। यहां से सोहना एलिवेटेड से घामडोज टोल प्लाजा से पहले गांव अलीपुर के पास DVM पर जा सकते हैं। इसके लिए एनएचएआई की ओर से सरहौल बॉर्डर से राजीव चौक तक दोनों ओर आधा दर्जन से अधिक जगहों पर साइन बोर्ड लगाए गए हैं। अब दिल्ली-जयपुर हाइवे (NH-48) का सफर भी सुहाना होगा। DVM के शुरू होने के बाद NH-48 पर ट्रैफिक वॉल्यूम कम हो जाएगा। अनुमान के मुताबिक 25 से 30 फीसदी ट्रैफिक NH-48 से DVM पर शिफ्ट हो जाएगा। हालांकि अभी जयपुर से पहले दौसा तक का काम पूरा हुआ है, लेकिन जयपुर तक के लिए DVM से न केवल प्राइवेट बल्कि हैवी वीकल भी जाएंगे। DVM पर न केवल स्पीड लिमिट अधिक है, वहीं नया एक्सप्रेसवे होने के कारण यहां पर फर्राटे भरेंगे। जबकि NH- 48 पर अभी कई जगहों पर काम चलने और रोड जर्जर होने के कारण जयपुर तक ही अधिक समय लगेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर शुरू हुआ सफर, 10 बड़ी बातें
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का सोहना-दौसा-लालसोट स्ट्रेच मंगलवार से पब्लिक के लिए खुल गया। 8 लेन के इस एक्सप्रेसवे के जरिए जयपुर तक पहुंचने में अब 2 घंटे कम लगेंगे। NH 48 के जरिए दिल्ली से जयपुर जाने में अभी तक 6 घंटे लग जाते थे। अब दिल्ली से जयपुर 4 घंटे से भी कम वक्त में पहुंच सकते हैं। सोहना-दौसा-लालसोट स्ट्रेच से न सिर्फ जयपुर, बल्कि अलवर, भरतपुर, टोंक, बूंदी और कोटा तक भी तेज कनेक्टिविटी मिल गई है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एंट्री पॉइंट सोहना प्लाजा पर है। दिल्ली के लोगों को धौला कुआं से गुड़गांव के राजीव चौक तक आना होगा। यहां से लेफ्ट टर्न लेकर DVM पर जा सकते हैं। एग्जिट दौसा के भांडरेज प्लाजा पर होगा। उसके बाद आगरा-जयपुर NH21 के रास्ते जयपुर तक जा सकेंगे।
सोहना-दौसा-लालसोट स्ट्रेच के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर मार्शल्स तैनात रहेंगे। ये टू-वीलर या अन्य किसी स्लो वीकल को वहीं पर रोक लेंगे।
नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अधिकारियों ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ट्रोल मध्यरात्रि से चार्ज होना शुरू होगा। NHAI ने टोल प्लाजा पर अलग-अलग गाड़ियों के हिसाब से यूजर चार्जेस की जानकारी टोल प्लाजा पर मुहैया कराई है।
नई दिल्ली-जयपुर रूट के लिए प्राइवेट कार का एक तरफ का टोल 585 रुपये होगा। नए एक्सप्रेसवे पर टोल की दरें प्रति किलोमीटर के हिसाब से वसूली जाएंगी।
एक्सप्रेसवे स्ट्रेच के साइडवेज पर बनीं ज्यादातर सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं। फ्यूल स्टेशंस भी चालू हो गए हैं।
दिल्ली से जयपुर के लिए एक्सप्रेसवे पर एंट्री से पहले टायर प्रेशर जरूर चेक करा लें। NHAI ने सलाह दी है कि इसे थोड़ा कम ही रखें ताकि टायर बर्स्ट का रिस्क कम हो सके। एक्सप्रेसवे पर आने वालों से अपनी गाड़ियों के ब्रेक्स भी चेक कराने को कहा गया है।
एक्सप्रेसवे पर मैक्सिमम स्पीड 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है। जगह-जगह पर स्पीड गन्स लगाई गई हैं जिनकी लाइव फीड कंट्रोल रूम जाती रहेगी।
NHAI ने हरियाणा और राजस्थान, दोनों के पुलिस प्रमुखों को अपने-अपने एरिया में पड़ने वाले स्ट्रेच की पैट्रोलिंग के लिए लिखा है।
पूरे स्ट्रेच पर CCTV सर्विलांस है और हर 20 किलोमीटर पर स्पीड डिटेक्शन बोर्ड लगे हैं। NHAI क्रेन, एम्बुलेंस और पैट्रोलिंग गाड़ियां भी तैनात कर रहा है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर अलवर के पास चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे के गुड़गांव दौसा हिस्से पर अब इलेक्ट्रिक वाहन भी फर्राटा भर सकेंगे। डीवीएम पर अलवर के पास चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। वहीं एनएच फॉर ईवी के वर्किंग ग्रुप की तरफ से इस स्ट्रेच पर चार्जिंग स्टेशन, बैटरी स्वैपिंग, खराब ईवी गाड़ियों को बैकअप देने, पूरे हाइवे पर इंटरनेट समेत ईवी संबंधित तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर की संभावना तलाशने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे पूरी तरह से ई कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर वर्तमान में संचालित स्ट्रेच पर ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर की संभावना तलाश की जा रही है। आम यात्रियों के लिए जल्द ही 2 ई बसों को भी यहां डायवर्ट किया जाएगा। हमारा प्रयास इस हाइवे को जल्द से जल्द ई वाहन फ्रेंडली बनाने का है।
अभिजीत सिन्हा, प्रॉजेक्ट डायरेक्टर, एनएच फॉर ईवी
दिल्ली जयपुर ई-हाइवे पर पहले से चल रही 12 ई बसों में से दो ई-बसों को गुड़गांव से डीवीएम पर डायवर्ट किया जाएगा ताकि आम यात्री भी कम किराए और कम समय में जयपुर पहुंच सकें। फिलहाल एनएचईवी की देखरेख में देश के सबसे बड़े दिल्ली गुड़गांव जयपुर ई-हाइवे पर 12 बस और 20 कारें चलाई जा रही हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होते ही ई-बस और ई-कार यहां शिफ्ट करने की भी प्लानिंग है।