दिल्ली न्यूज़: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में वीरवार से हैप्पीनेस उत्सव 2022 की शुरुआत हो गई। लाइफ स्टाइल कोच गौर गोपाल दास, उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने वीरवार को चिराग एंक्लेव स्थित कौटिल्य सर्वोदय विद्यालय में एक पखवाड़े तक चलने वाले इस उत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर गौर गोपाल दास ने बच्चों को हैप्पीनेस के मायने बताए। उन्होंने बच्चों से कहा कि खुश रहने के लिए ये बेहद जरूरी है कि हमें खुशी के पहलुओं की समझ हो।
नकारात्मक सोच से बाहर निकलकर जिंदगी के सकारात्मक पक्षों को करें एंजॉय : गौर गोपाल दास
हमें लगता है कि बहुत सी सुविधाएं होने पर हम खुश रह सकते है लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें हमारे रिश्ते खुशी देते हैं। अपने पैशन को फॉलो करना हमें खुशी देता है। खुशी के ऐसे उसूलों को हमें सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि एजुकेशन और हैप्पीनेस दोनों स्वतंत्र हैं और व्यक्ति के जीवन को खुशहाल और बेहतर बनाने के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। वास्तविक दुनिया में हमें दोनों के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 साल पहले दलाई लामा की उपस्थिति में हैप्पीनेस करिकुलम को लांच किया गया था।
हैप्पीनेस से बच्चों का पढ़ाई में फोकस बढ़ा स्ट्रेस फ्री रहने में मिली मदद: सिसोदिया
अब बच्चे स्वयं यह मानते है कि उनका पढ़ाई में फोकस बढ़ा है और उन्हें स्ट्रेस-फ्री रहने में मदद मिली है। पेरेंट्स मानते हैं कि उनके बच्चों के व्यवहार में बदलाव आया है। टीचर्स भी ये मानते है कि उन्होंंने इस करिकु लम के माध्यम से खुद में और विद्यार्थियों में बदलाव को नोटिस किया है। इस कार्यक्रम में कालकाजी विधायक आतिशी, ग्रेटर कैलाश विधायक सौरभ भारद्वाज, शिक्षा सचिव अशोक कुमार, शिक्षा निदेशक हिमांशू गुप्ता, प्रधान सलाहकार शैलेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
पड़ोस के 5-5 लोगों को बच्चे सिखाएंगे हैप्पीनेस के गुर: उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हैप्पीनेस उत्सव के तहत अगले 15 दिनों तक हैप्पीनेस से जुडी विभिन्न गतिविधियां करवाई जाएंगी और इस बार हैप्पीनेस केवल दिल्ली सरकार के स्कू लों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि हमारे ब'चे 5-5 लोगों को हैप्पीनेस क्लास में जो सीखा उसे सिखाएंगे और पूरी दिल्ली को हैप्पीनेस उत्सव का हिस्सा बनायेंगे।