राजधानी दिल्ली में धूमधाम से मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव

Update: 2023-04-06 15:34 GMT

दिल्ली: राजधानी में वीरवार को धूमधाम से हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान राजधानी के प्रमुख हनुमान मंदिरों से शोभा यात्रा निकाली गई। वहीं भगवान हनुमान के भक्तों द्वारा जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया गया। यही नहीं हनुमान जी की पोशाक पहने वीर बजंरगी के उद्घोष से दिल्ली का पूरा माहौल भक्तिमय नजर आया।

51 किलो का चढ़ाया लड्ड: कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में जहां सुबह हनुमान जन्मोत्सव की शुरूआत शोभा यात्रा से की गई। वहीं पूरे दिन भंडारा चलता रहा। भगवान हनुमान की वेशभूषा में सजे व्यक्ति ने भवन में जमकर नृत्य किया, जिसे देखकर सभी भक्तगण झूम उठे। सरोजिनी नगर मार्केट एसोसिएशन की ओर से यहां 51 किलो का एक लड्डू भोग के रूप में चढ़ाया गया और उसे बाद में दर्शनों के लिए आए भक्तों में वितरित किया गया। वहीं मरघट वाले बाबा स्थित पांडवकालीन मंदिर में सुबह से ही बजरंगबली के दर्शनों के लिए लंबी भीड़ देखने को मिली। आसफ अली रोड स्थित प्राचीनकालीन श्रीराम हनुमान वाटिका मंदिर में हनुमान जयंती पर उनकी आरती की गई। मंदिर के महंत श्रीरामकृष्ण दास महात्यागी मचान वाले बाबा ने निगम पार्षद किरन राकेश व पूर्व पार्षद अशोक जैन, पूर्व पार्षद राकेश कुमार आदि ने 56 प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया। साथ ही सुंदर कांड का समुधुर पाठ का आयोजन किया गया।


धर्म संसद में साधु-संतों ने कहा रामचरितमानस है राष्ट्रीय ग्रंथ: श्री राम कर्मभूमि न्यास एवं नमो सद्भावना समिति के संयुक्त तत्वाधान में हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर छतरपुर हनुमान मंदिर परिसर में गुरुवार से पांच दिवसीय सनातन संस्कृति समागम का शुभारंभ हुआ है। करीब 2 हजार महिलाओं ने इस मौके पर कलश यात्रा निकाली जिसके बाद धर्म संसद लगी। इसमें साधु संतों ने कहा कि यू तो श्रीरामचरित मानस राष्ट्रीय ग्रंथ है ही लेकिन सरकार को भी इसे घोषित करना चाहिए। नमो सद्भावना समिति के महासचिव मुरली कृष्ण ने बताया कि वायु अग्नि, पृथ्वी, जल, आकाश तत्व को ध्यान में रखकर पांच हवन कुंड बनाए गए हैं। इसमें श्रद्धालुओं ने यज्ञ का शुभारंभ किया। यज्ञशाला का नाम गणपति, आदित्य योगिनी महारुद्र, धनवंतरी यज्ञशाला दिया गया है। समागम के संरक्षक केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे हैं।

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