एच3एन2 का होम्योपैथी चिकित्सा में इलाज का दावा

Update: 2023-03-15 15:15 GMT

नोएडा न्यूज़: हर साल की तरह इस बार भी सामान्य ओपीडी में जुकाम, सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. लोग एच3एन2 वायरस की चपेट में आ रहे हैं. इसका होम्योपैथी चिकित्सा में भी इलाज है.

होम्योपैथी के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि एच3एन2 से सावधान रहने की जरूरत है. इस बीमारी से ग्रसित मरीज की खांसी 15-20 दिनों तक नहीं जा रही है. उन्होंने बताया कि बीमारी की शुरुआत में मरीज को हल्का जुकाम होता है. बाद में छींकों के साथ नाक बहना शुरू होकर तीव्र जुकाम के साथ गला खराब होता है. बुखार आता है. ये इंनफेक्शन नासिका और श्वसन तंत्र से होते फेफड़ों तक पहुंच जाता है जो खांसी का कारण बनता है.

उन्होंनेे बताया कि इस बीमारी के उपचार के लिए होम्योपैथी दवाएं उपलब्ध हैं. इंफ्लुएंजिनम, हिस्टामोनीयम, आर्सेनिक एल्बम के साथ यूपीटोरियम पर्फ, कॉस्टिकम, कॉकस कैक्टि, एकोनाइट नेप, ब्रायोनिया अल्बा,जेल्सीमियम, नक्स वोमिका आदि इसके इलाज में कारगर हैं. ये औषधि होम्योपैथी चिकित्सक से परामर्श के उपरांत ही प्रयोग करें.

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