नोएडा: शहर की बिल्डर सोसाइटियों में पार्किंग की दिक्कत लगातार बढ़ती जा रही है. अपने परिचितों से मिलने आने वाले लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है. ऐसे में गेस्ट पार्किंग का प्रावधान किया गया था, लेकिन पांच साल में भी भवन विनियमावली में संशोधन को अभी तक शासन स्तर से मंजूरी नहीं मिल सकी.
नोएडा में करीब 118 ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं हैं. इनके अलावा काफी संख्या में सहकारी समिति की भी सोसाइटी हैं. सोसाइटियों में फ्लैट लेने वाले शुरुआत में ही अपनी सुविधानुसार एक या दो वाहन की पार्किंग खरीद लेते हैं. महत्वपूर्ण यह है कि सोसाइटी में रहने वालों से मिलने आने वालों के लिए गेस्ट पार्किंग की सुविधा नहीं है. ऐसे में लोगों को सोसाइटी के बाहर ही वाहन खड़े करने पड़ते हैं. सोसाइटी के बाहर वाहनों की लंबी लाइन लगने से जाम की समस्या भी होती है.
कुछ लोग अंदर लगवा देते हैं लेकिन इसको लेकर आसपास के फ्लैट वालों से झगड़ा हो जाता है. इसी को देखते हुए करीब छह-सात साल पहले सोसाइटियों में गेस्ट पार्किंग का प्रावधान करने के लिए भवन विनियमावली में गेस्ट पार्किंग के प्रावधान को जोड़ने की योजना तैयार की. नोएडा प्राधिकरण ने प्रस्ताव तैयार कर 1 नवंबर 2018 को हुई 195 बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी के लिए रखा. बोर्ड के सदस्यों ने इस प्रस्ताव को अनुमोदित करते हुए भवन विनियमावली में संशोधन करने के लिए प्रस्ताव को शासन को भेज दिया. इस प्रस्ताव को भेजे हुए करीब पांच साल का समय हो चुका है, लेकिन शासन से मंजूरी नहीं मिली है. प्राधिकरण के सीएपी इश्तियाक अहमद ने कहा कि अब तक शासन स्तर से भवन विनियमावली में संशोधन नहीं हुआ है.
पार्किंग की जगह फ्लैट बना दिए
पार्किंग की दिक्कत बिल्डरों की मनमर्जी से भी पैदा हो रही है. प्राधिकरण से खाली जगह में पार्किंग या ग्रीन बेल्ट का नक्शा पास कराकर बाद में उसमें मनमर्जी से बदलाव कर दिए. इन जगह फ्लैट, दुकान आदि बना दिए.
आवास विकास परिषद में गेस्ट के लिए पार्किंग तय
नोएडा प्राधिकरण की भवन विनियमावली में विजिटर्स पार्किंग के संबंध में मनीष कुमार ने आईजीआरएस के जरिए जानकारी मांगी. इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के नियोजन विभाग के जरिए बताया गया कि अभी तक विजिटर्स पार्किंग के संबंध में केाई संशोधन नहीं हुआ है. मनीष ने बताया कि आवास विकास परिषद में कुल पार्किंग का 10 प्रतिशत पार्किंग गेस्ट के लिए तय हैं.