ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 17 साल बाद मिलेगा गंगाजल, जल्द होगी निवासियों को सप्लाई
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के लोगों को गंगाजल पिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 17 साल लग गए, लेकिन अभी भी यह प्रोजेक्ट अधूरा है। अभी गंगाजल जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व बायर तक पहुंच पाया है। प्राधिकरण के अधिकारियों को पहले से पड़ी गंगाजल की लाइन को टेस्ट करना होगा। जिसके बाद सुपली जारी की जाएगी।
पल्ला तक गंगाजल पहुंचाने के लिए 3 साल लग गए: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2005 में शहर के लोगों को घर-घर गंगाजल पहुंचाने के लिए 85 क्यूसेक प्लान बनाया था। इसके बाद परियोजना में अड़चन लग गई। सन 2012 और 14 के बीच ग्रेटर नोएडा शहर में गंगा जल आपूर्ति करने के लिए नेटवर्क तैयार किया गया है। इसके बाद सन् 2017 में देहरा से जैतपुर तक 23 किलोमीटर पाइप लाइन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का कार्य शुरू हुआ। इसके अलावा देहरा से 7.4 किलोमीटर की पाइपलाइन सिंचाई विभाग की जमीन पर जानी थी, जिसको लेकर प्राधिकरण ने 2018 तक पूरा किया। इसके बाद पल्ला में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक गंगाजल पहुंचाने के लिए 3 साल लग गए। करीब 6 महीने तक किसानों ने धरना दिए रखा और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को नहीं बनने दिया।
2 सितंबर 2022 को जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक पहुंचा गंगाजल: गंगाजल लाने के लिए वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह और सुरेंद्र सिंह भाटी मे रात दिन कड़ी मशक्कत की और 2 सितंबर 2022 को जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक गंगाजल पहुंचा है। अब आगे शहर में गंगाजल को घर-घर पहुंचाना है। प्राधिकरण के अधिकारियों को पहले से पड़ी गंगाजल की लाइन को टेस्ट करना होगा। गंगाजल को ग्राउंड वाटर के साथ मिक्स कर के घरों तक पहुंचाया जायेगा।