दिल्ली एनसीआर: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण कम करने को लेकर दिल्ली सरकार गंभीर है. सर्दी का मौसम आते ही सरकार प्रदूषण रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर पेश कर देती है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) लागू किया है. हालांकि इसके नियम तभी लागू किए जाएंगे जब प्रदूषण का लेवल 201 के पार हो जाए. फिलहाल दिल्ली में AQI 143 दर्ज़ किया गया है. प्रदूषण के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले कुछ दिनो तक प्रदूषण का लेवल 201 से नीचे ही रहने वाला है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए जिम्मेदार स्वायत्त निकाय, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने GRAP में कुछ अहम बदलाव किए हैं. Grap के चार स्टेजेस होते हैं
1. GRAP 1 - 201 से 300
2. GRAP 2 - 301 से 400
3. GRAP 3 - 401 से 450
4. GRAP 4 - 450 +
फिलहाल दिल्ली में स्टेज 1 लागू किया जाएगा. क्योंकि पहले स्टेज में प्रदूषण के सोर्सेज को रोक दिया गया तो काफी हद तक पॉल्यूशन पर कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए कुछ नियम दिल्ली में लागू किए जाएंगे. दिल्ली में पुरानी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक रहेगी. साथ ही कोयला और लकड़ी या धुआं निकलने वाले सामान जलाने पर प्रतिबंध रहेगा.
1. दिल्ली के पटाखों पर पूरी तरह से बैन.
2. गाड़ियों से धुआं निकलने पर एक्शन होगा.
3. खुले में निर्माण सामग्री की लोडिंग-अनलोडिंग पर प्रतिबंध
4. जनरेटर का इस्तेमाल इमरजेंसी कंडीशन में हो सकता है.
5. पराली और पुरानी गाड़ियों पर पाबंदी लगी रहेगी.
लोगों से लाल बत्ती पर वाहन बंद करने की अपील
पहले दिल्ली में GRAP का पहला स्टेज 15 अक्टूबर से लागू किया जाता था, लेकिन पिछले दो सालों से 01 अक्टूबर को ही लागू कर दिया जाता है. क्योंकि दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार लगातार प्रयासरत है. सरकार का कहना है कि सामूहिक रूप से ही प्रदूषण को रोका जा सकता है. साथ ही सरकार ने लोगों से रेड लाइट पर वाहन बंद करने की अपील की है.
जनवरी से सितंबर के बीच दूसरी बार AQI अच्छा
दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए राहत की बात है कि इस साल भी 1 जनवरी से 30 सितंबर के बीच औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 167 ही रहा. यह पिछले 6 वर्ष में इस अवधि में दूसरा सबसे अच्छा एक्यूआई है. केन्द्र के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस अवधि में बेहतर वायु गुणवत्ता महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 के दौरान दर्ज की गई थी.