नई दिल्ली (आईएएनएस)| राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गजवा-ए-हिंद मामले में गुरुवार को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में आठ जगहों पर छापेमारी की। एक अधिकारी ने कहा कि आठ संदिग्धों के घरों में छापे के दौरान डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड और दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।
तलाशी नागपुर (महाराष्ट्र), ग्वालियर जिले (मध्य प्रदेश) और गुजरात के वलसाड, सूरत और बोटाद जिलों में की गई। एक सूत्र ने कहा, गजवा-ए-हिंद मामले में नामजद अभियुक्तों ने 2047 तक भारत को इस्लामिक राज्य बनाने की योजना बनाई थी। हमने कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं।
जुलाई 2022 में पटना के फुलवारीशरीफ थाने में पाकिस्तान से संचालित और नियंत्रित गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप 'गजवा-ए-हिंद' के एडमिन मरघूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी ने कहा, मरघूब ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'गजवा-ए-हिंद' समूह बनाया। उसने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए 'बीडी गजवा ए हिंदबीडी' शीर्षक के साथ एक व्हाट्सएप समूह भी बनाया था।
मरघूब ने उन समूहों में भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन से भी कई लोगों को जोड़ा था। इस समूह के सदस्यों को आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए 'स्लीपर सेल' में बदलने के उद्देश्य से कट्टरपंथी बनाया जा रहा था। एनआईए ने इस साल जनवरी में मरघूब के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।
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