एनसीआर क्राइम न्यूज़: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के प्रशासनिक अफसरों पर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज बनकर होटल का नक्शा पास कराने का दबाव बनाने वाले 4 लोगो पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमे जीडीए के अधिकारियों पर राजनगर एक्सटेंशन में होटल का नक्शा पास कराने को लेकर पिछले 1 महीने से दबाव बनाया जा रहा था। जीडीए के तीन अलग-अलग अफसरों को फोन कर और मैसेज जरिए खुद को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट का जज बताकर नक्शा पास कराने का दबाव बना रहे थे । सोमवार शाम जीडीए में चल रही बैठक के दौरान यह मामला सामने आया। पहले जीडीए के टाउन प्लानर को सपना नाम की एक महिला ने इसी होटल के नक्शे को पास कराने का दबाव बनाया था। उसे नक्शे पर लगाई गई आपत्तियों को दूर करने को कहा गया था। उसके बाद जीडीए के टाउन प्लानर राजीव रतन शाह को दिल्ली हाई कोर्ट का जज बन कर एक शख्स ने फोन किया और उपरोक्त नक्शे को पास कराने के लिए दबाव बनाया।
कुछ दिनों के बाद अपर सचिव सीपी त्रिपाठी को भी फोन किया गया और उनसे भी नक्शे को पास कराने के लिए कहा गया। फर्जीवाड़ा करने वालों की पैरोकारी औए सिलसिला यहीं तक नहीं रुका। उन्होंने गाजियाबाद के डीएम और जीडीए वीसी का प्रभार संभाल रहे राकेश कुमार सिंह को भी फोन और मैसेज किए। जीडीए वीसी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पहले उन्हें व्हाट्सएप कॉल पर होटल का नक्शा पास कराने के लिए कहा गया फोन करने वाले शख्स ने खुद को दिल्ली हाईकोर्ट का ज़ज बताया था। और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जज के नाम से उन्हें मैसेज भेजा गया। सोमवार को अफसरों के साथ बैठक में जब नंबर चेक किए गए तो सभी तीनों अफसरों को एक ही नंबर से फोन और मैसेज किए गए थे। इसके बाद डीएम ने यह मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। जीडीए के अफसरों के मुताबिक एफआईआर में नामजद मनोज नाम का शख्स फर्जीवाड़े के मामले में पहले भी उत्तराखंड के देहरादून में गिरफ्तार किया जा चुका है।
टाउन प्लानर ने दर्ज कराई 4 के खिलाफ धोखाधड़ी की फिर: जीडीए के टाउन प्लानर राजीव रतन शाह की शिकायत पर सिहानी गेट थाने में आईपीसी की धारा 419,420 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें होटल के नक्शा बनाने वाले आर्किटेक्ट गौरव सिंह और सनी कुमार के अलावा नक्शा पास कराने के लिए दबाव बनाने वाले सपना और मनोज के खिलाफ नाम FIR की गई है। एफ आई आर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का जज बंद कर राजनगर एक्सटेंशन में होटल के नक्शे को पास कराने का दबाव बनाने का भी जिक्र है पुलिस ने अब इस पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है FIR में दिए गए नंबर की पड़ताल भी शुरू हो चुकी है।