गलगोटियाज यूनिवर्सिटी यूपी का पहला निजी विश्वविद्यालय जिसको मिली 'ए प्लस' रैंकिंग
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा की गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने विश्वविद्यालय को 'ए प्लस' रैंक दी है। बड़ी बात यह है कि यूनिवर्सिटी को 4 में से 3.37 पॉइंट मिले हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है विश्वविद्यालय के चांसलर समझ गलगोटिया ने कहा हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपने को पूरा करने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं योगी आदित्यनाथ राज्य को ग्लोबल नॉलेज सुपर पावर बनाना चाहते हैं।" दूसरी ओर आपको बता दें कि इसी सत्र में एनएएसी ने लखनऊ विश्वविद्यालय को भी 'ए प्लस' रैंक दी है। लखनऊ यूनिवर्सिटी राज्य विश्वविद्यालयों में यह उपलब्धि हासिल करने वाली इकलौती यूनिवर्सिटी बनी है।
मंगलवार को एनएएसी ने असेसमेंट डिक्लेरेशन किया: नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल ने मंगलवार को रैंकिंग के परिणाम जारी किए हैं। जिसमें गलगोटिया यूनिवर्सिटी को 'ए प्लस' कैटेगरी दी है। उत्तर प्रदेश में यह उपलब्धि हासिल करने वाला इकलौता निजी विश्वविद्यालय बन गया है। यूनिवर्सिटी के चांसलर सुनील गलगोटिया ने कहा, "विश्वविद्यालय प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों की संयुक्त मेहनत रंग लाई है। मैं इस उपलब्धि के लिए पूरे विश्वविद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई देता हूं। इस उपलब्धि से हम लोग और बेहतर ढंग से काम करने के लिए प्रेरित होंगे।"
योगी आदित्यनाथ का मूलमंत्र काम आया : सुनील गलगोटिया
सुनील गलगोटिया ने आगे कहा, "पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा था कि शिक्षा के क्षेत्र में हम सभी को मिलकर बड़े प्रयास करने की आवश्यकता है। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को 'ग्लोबल नॉलेज हब' बनाना चाहते हैं। इस दिशा में गलगोटिया यूनिवर्सिटी मुख्यमंत्री के विजन पर समर्पण भाव से काम कर रही है।"
इस साल एआईआरएफ में भी बड़ी उपलब्धि हासिल की: नेशनल इंस्टिट्यूटनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF Ranking 2022) रैंकिंग में भी गलगोटियाज यूनिवर्सिटी (Galgotias University) ने शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। गलगोटिया यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फार्मेसी को देशभर में 59वें स्थान पर रखा गया है। इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट स्कूल को भी शानदार रैंकिंग मिली हैं। गलगोटियाज यूनिवर्सिटी के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने बताया, "शिक्षा मंत्रालय ने करीब दो महीने पहले एआईआरएफ रैंकिंग जारी की थीं। गलगोटियाज यूनिवर्सिटी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की हैं। स्कूल ऑफ फार्मेसी को देश भर में 59वीं रैंक मिली है। स्कूल ऑफ मैनेजमेंट को 93वीं और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट को 147वीं रैंक मिली है। यह यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रतीक है।"
तेजी से उभरते शिक्षण संस्थानों में शुमार है गलगोटियाज यूनिवर्सिटी: गलगोटिया यूनिवर्सिटी देश में तेजी से उभरते शिक्षण संस्थानों में शामिल है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) ने वर्ष 2020 में इसके फार्मेसी कॉलेज को देशभर में 76-100 रैंक दी थी। देश के सभी विश्वविद्यालयों के बीच 151-200 स्थान दिया था। महज 2 वर्षों के छोटे से अंतराल में विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग में लंबी छलांग लगाई है। यूनिवर्सिटी के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने कहा, "विश्वविद्यालय ने तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समन्वय स्थापित किए हैं। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक तकनीकों का उपयोग अपने छात्रों के लिए कर रहे हैं।"
साल 2011 में शुरू हुई थी यूनिवर्सिटी: गलगोटिया शिक्षण संस्थानों का दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में पुराना इतिहास है। गलगोटिया इंस्टीट्यूशनल ग्रुप के कॉलेज इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए देशभर में चुनिंदा माने जाते हैं। संस्थान समूह के संस्थापक सुनील गलगोटिया ने वर्ष 2011 में यमुना एक्सप्रेसवे पर इस विश्वविद्यालय की नींव रखी थी। महज 10 वर्षों के अंतराल में इस शिक्षण संस्थान ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। गलगोटिया कॉलेज और यूनिवर्सिटी से पढ़कर निकले छात्र-छात्राएं दुनिया की नामचीन कंपनियों और संस्थानों में काम कर रहे हैं।