एनसीआर नोपीडा न्यूज़: गलगोटिया यूनिवर्सिटी में रविवार को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम फॉरेंसिक साइंस डिवीजन और स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड साइंसेज के द्वारा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दिल्ली एन सीबी के जोनल डायरेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह शामिल हुए। उन्होंने छात्रों को नशामुक्ति के लिए जागरूक करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संदेश प्रतिभागियों के साथ साझा किया।
"आज नशे की बुरी आदत ने युवाओं के जीवन बुरी तरह से प्रभावित": विश्विद्यालय की कुलपति प्रो प्रीति बजाज ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज नशे की बुरी आदत ने युवाओं के जीवन को बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है। इसलिए आज इस बात की बहुत जरूरत है कि युवा अपने आस पास में नशे की आदत से ग्रसित लोगो को जागरूक करें और योगा व प्रणायाम जैसी महान विधाओं को अपने जीवन में नियमित रूप से अपनाये।
नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता के लिए रैली निकली: एनसीबी दिल्ली के सहायक निदेशक कुलदीप शर्मा, पूर्णिमा जीएन, राहुल पूरबे, महक जैन, अमित कुमार तिवारी, विमल ढाका, पारसनाथ, सीमा त्यागी और शमशेर सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्परिणामों को साझा किया और बताया कि किस प्रकार नशीले पदार्थों के तस्कर युवाओं को नशीले पदार्थों के सेवन के प्रति आकर्षित करते हैं। अंत में नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया।
ये लोग मौजूद रहे: जिसमें विश्वविद्यालय, गलगोटिया कॉलेज, पॉलिटैक्निक विभाग और एन एस एस के छात्रों और एनसीसी कैडेटस ने भाग लिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो अवधेश कुमार, कुलसचिव नितिन गौड़, छात्र कल्याण विभाग के डीन प्रोफेसर अरविंद कुमार जैन, डा ए राम पाण्डेय, प्रोफेसर दिव्या त्रिपाठी, विन्नी शर्मा, काजोल भाटी, गार्गी त्यागी, दुष्यंत राणा और भगवत प्रशाद शर्मा मौजूद रहे।