भाजपा राज में भाईचारे और सौहार्द को पहुंच रही चोट: धीरेंद्र प्रताप

Update: 2023-03-07 07:12 GMT

एनसीआर नॉएडा: उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि भारत के त्योहारों में होली, सबसे बड़ा भाईचारे और मित्रता का त्यौहार है। वें आज नोएडा में आयोजित एक सांस्कृतिक प्रोग्राम में भाग लेने आए हुए थे।

इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी राज में भाईचारे को चोट पहुंची है। राज्य में सौहार्द घटा है और बजाय कानून का सहारा लेकर दोषियों को सजा मिलती, भाजपा की राज्य सरकार राजनीतिक विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए कानून का दुरुपयोग करने पर लगी है। जो कि देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।

उन्होंने कहा कमोबेश यही हालत उत्तराखंड में भी है जहां गांधीवादी सत्याग्रह करने वाले विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर दिन-रात मुकदमे लादे जा रहे हैं उन्होंने कहा भाजपा के शासन में आने के बाद राजनीतिक सहिष्णुता खत्म हुई है और विपक्षी दलों को देशद्रोही और दुश्मन के रूप में देखा जा रहा है। जो की बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है और देश के भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

उन्होंने उत्तराखंड में हो रहे भर्ती घोटालो, पेपर लीक मामलों, अंकिता भंडारी जैसे मामलों में मातृशक्ति पर हो रहे हमले, बढ़ती बेरोजगारी रोजगार मांग रहे लोगों पर भीषण लाठीचार्ज, यह सब ऐसी घटनाएं हैं जिससे पता चलता है कि राज्य में तानाशाही का राज है।

उन्होंने कहा उत्तराखंड आंदोलनकारियों ने गैरसैंण को राजधानी बनाने का सपना देखा था लेकिन भाजपा के राज में आने के बाद पिछले 3 साल में एक भी सत्र विधानसभा का गैरसेंण में नहीं किया गया ।अब जब कांग्रेस ने जबरदस्त दबाव डाला है आगामी बजट सत्र 13 मार्च से वहां होगा। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कांग्रेस ने राज्य की जनता द्वारा झेली जा रही महंगाई, बेरोजगारी भ्रष्टाचार ,अकर्मण्यता आदि सवालों को लेकर और अडानी और दूसरे उद्योगपतियों द्वारा देश की लूट को लेकर आगामी 13 मार्च को सत्र के पहले दिन विधानसभा पर पड़ा प्रदर्शन करने का फैसला किया है। जिसका नेतृत्व राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष करण माहरा और विपक्ष के नेता यशपाल आर्य करेंगे।

उन्होंने कहा कांग्रेस उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और देश में लोकतंत्र और भाईचारे को बचाने की लड़ाई लड़ रही है और 2024 के चुनाव के नतीजे यह बता देंगे कि देश की जनता परिवर्तन चाहती है और नफरत की राजनीति खत्म करना चाहती है।

उन्होंने त्रिपुरा नागालैंड और मेघालय में हुए चुनाव को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बैरोमीटर ना बताते हुए कहा कि यह एक छोटा चुनाव था जिसका लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी पहले भाजपा जीती थी लेकिन बाद में लोगों ने महसूस किया कि उन्होंने गलत फैसला किया है तो आज वहां पर हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है।

उन्होंने राज्य में समाजवादी पार्टी से भी राज्य की राजनीतिक हालात का का सही अध्ययन करने का अनुरोध किया और कहा कि देश में अगर परिवर्तन लाना है तो समान विचारधारा के दलों को एक होना होगा। उन्होंने बिहार के नेता नीतीश कुमार द्वारा विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस को आगे आने के सुझाव का स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया अगले 3 महीनों में विपक्षी दलों की एकता एक शक्तिशाली विकल्प के रूप में उभरेगी जिसका भाजपा के पास कोई जवाब नहीं होगा।

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