एक मकान की तीसरी मंजिल पर आग लगने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत,क्या हैं पूरा मामला

पुलिस इस घटना की जांच में जुट गई है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 436, 304ए के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

Update: 2021-10-26 15:49 GMT

जनता से रिस्ता वेबडेसक | शाहदरा जिले के सीमापुरी इलाके में मंगलवार तड़के एक मकान की तीसरी मंजिल पर आग लगने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त होरीलाल (59), पत्नी रीना (55), बेटा आशु (24) और बेटी राधिका उर्फ रोहिनी (18) के रूप में हुई है। हादसे के समय परिवार कमरे में खिड़की दरवाजे बंद कर सो रहा था। उसी दौरान अचानक कमरे में आग लग गई। 

तड़के पड़ोसियों ने होरीलाल के घर से धुंआ निकलते देखा तो दूसरी मंजिल पर सो रहे होरीलाल के दूसरे बेटे अक्षय (19) को उठाया गया। पड़ोसियों के साथ अक्षय किसी तरह तीसरी मंजिल पर पहुंचे और कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर कमरे में धुंआ भरा था। इस बीच खबर मिलने के बाद दमकलकर्मी, पुलिस व एंबुलेंस की गाड़ियां भी वहां पहुंच गईं। दमकलकर्मी अंदर दाखिल हुए तो कमरे में सो रहे चारों मृत मिले। 

दम घुटने से मौत

सभी मामूली रूप से झुलसे थे। आशंका व्यक्त की जा रही है कि धुंआ से दम घुटने से इनकी मौत हो गई। कमरे में बने छोटे से मंदिर में अखंड ज्योत जलने के अलावा फर्श पर मच्छर भगाने वाली क्वाइल भी जल रही थी। शुरुआती जांच के बाद आशंका जताई जा रही है कि क्वाइल या मंदिर की ज्योत से ही आग लगी। सीमापुरी थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

चपरासी का काम करते थे होरीलाल

शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त आर. सत्यसुंदरम ने बताया कि मूलरूप से गांव खारी-नंगला, मथुरा, यूपी निवासी होरीलाल अपने परिवार के साथ मकान नंबर-जी-261, स्थित दूसरी और तीसरी मंजिल पर रहते थे। इसके परिवार में पत्नी रीना के अलावा दो बेटे आशु, अक्षय और एक बेटी रोहिनी थे। होरीलाल शास्त्री भवन के एक दफ्तर में चपरासी थे। वहीं इनकी पत्नी रीना ईडीएमसी में सफाई कर्मचारी की नौकरी करती थीं। बेटा आशु लॉकडाउन में बेरोजगार हो गया था। बेटी रोहिणी पास के सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा था। 

एक साल पहले खरीदा था मकान

जिस मकान में होरीलाल रह रहे थे करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने इसकी दूसरी व तीसरी मंजिल सुनील कुमार धीमान से खरीदी थी। अभी ग्राउंड फ्लोर व पहली मंजिल सुनील के पास है। सोमवार देर रात करीब 12.30 बजे छोटा बेटा अक्षय बाहर से घर पहुंचा। इसके बाद वह खाना खाकर दूसरी मंजिल पर सो गया। तीसरी मंजिल के कमरे में जमीन पर बिस्तर बिछाकर होरीलाल, उसकी पत्नी और दोनों बच्चे सो रहे थे। अचानक देर रात कमरे में आग लग गई, सोते समय आग लगने से शायद परिवार को हादसे का पता नहीं चला। होरीलाल के मकान के ठीक सामने रहने वाली कांता देवी व उसके बेटे बिट्टू ने 3.30 बजे मकान से धुंआ निकलता देखकर शोर मचा दिया।

चारों अंदर मिले मृत

इसके बाद पड़ोसियों ने किसी तरह दरवाजा खटखटाकर अक्षय को जगया। पड़ोसी बेटे के साथ ऊपर पहुंचे। इसके बाद अक्षय ने पड़ोसियों की मदद से किसी तरह पैर से कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर धुंआ भरा हुआ था। कोई अंदर जाने का साहस नहीं जुटा पाया। करीब 4.03 बजे मामले की सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी गई। पुलिस, दमकल और एंबुलेंस की गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकलकर्मी अंदर पहुंचे तो होरीलाल, रीना, आशु और रोहिनी जमीन पर मृत पड़े थे। सभी 15 से 20 फीसदी या उससे भी कम झुलसे थे। फौरन क्राइम टीम और एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया। घटना स्थल से सक्ष्य उठाए गए। 

अखंड ज्योत से आग लगने की आशंका

शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि कमरे में शार्ट सर्किट से आग लगने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। बिजली के सभी उपकरण सही-सलामत हैं। पूछताछ के दौरान अक्षय ने बताया है कि कमरे में बने छोटे मंदिर में 24 घंटे अखंड ज्योत जलती थी। वहीं, पिछले कुछ दिनों से मच्छर अधिक होने के कारण परिवार फर्श पर ही मच्छर भगाने वाली क्वाइल जला रहा था। आशंका व्यक्त की जा रही है कि क्वाइल या मंदिर की ज्योत से ही घर में आग लगी है।

आग कैसे लगी इसकी पड़ताल की जा रही है, फिलहाल सीमापुरी थाने में आग लगने और लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। एफएसएल व क्राइम टीम ने मौके से सक्ष्य जुटाए हैं। -आर. सत्यसुंदरम, शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त

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