नोएडा न्यूज़: नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर जाम की वजह एफएनजी (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) का नहीं बनना भी है. 10 साल पुरानी योजना अभी तक अधूरी पड़ी है. एफएनजी के बनने से एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव काफी कम हो जाएगा.
अभी ग्रेटर नोएडा के जिन लोगों को फरीदाबाद, बल्लभगढ़ आदि की ओर जाना होता है वह एक्सप्रेसवे को पार करते हुए कालिंदी कुंज होकर जाते हैं. ऐसे में वाहनों का काफी दबाव महामाया फ्लाईओवर तक बना रहता है. इसी तरह शाम को वापस लौटते समय महामाया से परी चौक की ओर जाते हैं. ग्रेनो एक्सप्रेसवे के नीचे सेक्टर-143 के सामने अंडरपास बनाया जाएगा. इसके बाद सेक्टर-135 छपरौली के पास यमुना पर पुल बनाकर वाहन फरीदाबाद की ओर आ-जा सकेंगे. इसके बनने से ग्रेटर नोएडा की ओर से आने वाले लोग आधे हिस्से से ही छपरौली की ओर मुड़कर फरीदाबाद की ओर निकल जाएंगे. इसका प्रयोग दिल्ली बदरपुर, खानपुर, महरौली की तरफ जाने वाले भी प्रयोग कर सकेंगे. बहलोलपुर के पास अंडरपास बनकर तैयार हो गया है.
एफएनजी के बनने से एक्सप्रेसवे पर कितने वाहन कम होंगे, यह तो सटीक आंकड़ा नोएडा प्राधिकरण व यातायात पुलिस के पास नहीं है लेकिन अनुमान के तौर पर करीब 40-50 हजार वाहनों की कमी आ सकती है. इसके बनने से एक्सप्रेसवे पर अन्य वाहन चालकों का सफर तो आसान होगा ही, साथ ही लोग कम समय में और कम खर्चे पर फरीदाबाद की ओर पहुंच सकेंगे.
कालिंदी कुंज पर राहत:
अभी कालिंदी कुंज बार्डर पर व्यस्त समय में तीन से चार किलोमीटर लंबी वाहनों की लाइन लग जाती है. यहां पर जाम लगने की वजह वाहनों का अधिक दबाव, एमसीडी का टोल बूथ, लाल बत्ती और मेट्रो का पिलर है. उम्मीद थी कि यमुना पर नया पुल बनने से जाम में काफी कमी आएगी लेकिन ज्यादा कमी नहीं आई. एफएनजी के शुरू होने पर कालिंदी कुंज रास्ते पर भी जाम लगना कम होगा.
हरियाणा सरकार ने अब दिखाई तेजी
एफएनजी को जल्द शुरू करने के लिए नोएडा प्राधिकरण शुरू से ही गंभीर रहा है. इसी वजह से कई जगह सड़क भी बना दी लेकिन हरियाणा सरकार ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब तीन-चार महीने से हरियाणा सरकार के अधिकारी लगातार इस योजना को लेकर काम कर रहे हैं. आला अधिकारी नोएडा की ओर आकर भी मौका-मुआयना कर चुके हैं.