अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर इकट्ठा हुए किसान
दिल्ली के जंतर मंतर पर सोमवार को हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा होकर महापंचायत कर रहे हैं
दिल्ली के जंतर मंतर पर सोमवार को हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा होकर महापंचायत कर रहे हैं इस महापंचायत में 10 मुद्दों को शामिल किया गया है। किसानों का कहना है की सरकार ने जो वादा किया था उसे अभी तक पूरा नहीं किया। इसीलिए हम लोग आज जंतर मंतर पर इकट्ठा होकर महापंचायत कर रहे हैं और इस महापंचायत में तय होगा कि अगर सरकार अपने वादों को पूरा नहीं करेगी तो हम आगे किस तरह का आंदोलन करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले बुलाई गई किसान महापंचायत के कई मकसद हैं। जैसे कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड के पीड़ित किसान परिवारों को न्याय दिलाना, जेलों में बंद किसानों की रिहाई कराना, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी की मांग, केंद्र सरकार की ओर से किसानों पर लगे मुकदमें अबतक वापस नहीं लिया जाना, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के आधार पर एमएसपी गारंटी कानून बनाया जाए, भारत के सभी किसानों की कर्जमाफी, गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बकाया राशि का तुरंत भुगतान, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मुआवजा भुगतान साथ ही अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों को लेकर किसान एक बार दिल्ली की सड़कों पर एक जुट हुए हैं।
आपको बता दें दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-यूपी सीमा पर गाजीपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को हिरासत में लिया गया है। वहीं सुरक्षा को लेकर अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य किसान संगठन महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं और वे बाहरी जिले से होकर गुजरेंगे, जिसमें गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर भी आता है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में टिकरी बॉर्डर, प्रमुख मार्गों, रेल की पटरियों और मेट्रो स्टेशनों पर स्थानीय पुलिस और बाहरी बल की पर्याप्त तैनाती की गयी है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।