फरीदाबाद: नगर निगम का नया प्लान, पानी की बर्बादी रोकने के लिए जल्द ही कार्ययोजना तैयार होगी
दिल्ली एनसीआर न्यूज़: फरीदाबाद में पीने के पानी की बर्बादी रोकने के लिए नगर निगम जल्द ही कार्ययोजना तैयार करेगा। पीने के पानी का इस्तेमाल गाड़ियों की धुलाई, मकान निर्माण और सड़कों की सफाई में नहीं होगा। रेनीवेल का पानी केवल पेयजल के रूप में उपयोग होगा। अन्य कार्यों के लिए एसटीपी से ट्रीट किए गए पानी का उपयोग करना होगा। एसटीपी से ट्रीट किए गए पानी का उपयोग बढ़ाने के लिए नगर निगम ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करवाने के लिए निविदा जारी की है। विस्तृत रिपोर्ट बताएगी एसटीपी के पानी उपयोग फरीदाबाद में कहां-कहां हो सकता है। साथ ही इस पानी से कितनी आय नगर निगम को हो सकेगी। पानी बचाने के लिए नगर निगम लोगों को जागरूक भी करेगा। पूरे शहर में गली-गली पानी बचाओ संदेश अभियान चलाया जाएगा, ताकि पार्कों, सर्विस स्टेशनों, बागवानी, कृषि, सड़कों पर छिड़काव आदि में रेनीवेल के पानी के उपयोग को रोका जाएगा।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के सुझाव पर नगर निगम रेनीवेल का पानी पेयजल के लिए और अन्य उपयोग के लिए एसटीपी से ट्रीट किए गए पानी के उपयोग पर जोर देगा। इससे भूजल का दोहन कम हो सकेगा। एफएमडीए के साथ मिलकर यह योजना तैयार की जाएगी। अगले वर्ष तक तीन एसटीपी काम करना शुरू कर देंगे। इनमें 100 एमएलडी क्षमता का प्रतापगढ़ में, 80 एमएलडी क्षमता का मिर्जापुर में और बादशाहपुर की क्षमता भी 60 एमएलडी हो जाएगी।
नगर निगम प्रशासन एसटीपी से संशोधित होने वाले पानी को आय का स्रोत बनाएगा। इस पानी का उपयोग कृषि सिंचाई, बागवानी, निर्माण कार्य और अन्य औद्योगिक इकाइयों में विभिन्न कार्यो में होगा। फिलहाल नगर निगम के बादशाहपुर स्थित 45 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी से 30 एमएलडी पानी संशोधित होकर नाले में बह रहा है। इसमें कुछ ही टैंकर पानी सड़कों पर छिड़काव में उपयोग हो पाता है। विस्तृत रिपोर्ट बनने से नगर निगम को उम्मीद है कि यह भी एक छोटा सा आय का स्रोत बन सकेगा। नगर निगम के मुख्य अभियंता रामजी लाल ने कहा कि नगर निगम पानी की बर्बादी रोकेगा। एसटीपी से निकलने वाले साफ पानी का उपयोग कहां और कैसे हो सकता है। इसके लिए एक डीपीआर तैयार करवानी है, ताकि यह एक आय का स्रोत बन सके। इसके लिए निविदा जारी की है।