दिल्ली के चांदनी चौक की मार्केट में लगी आग का हर अपडेट, 100 से ज्यादा दुकानें जलकर हुई खाक
दिल्ली न्यूज़: चांदनी चौक की तंग गलियों में एक बार फिर चीख-पुकार मची। पिछले तीन महीने में दूसरी बार। इस बार लपटें उठीं भगीरथ पैलेस की इलेक्ट्रिकल्स और लाइट्स मार्केट में। गुरुवार रात यहां भीषण आग लगी। देखते ही देखते आग आसपास की इमारतों में भी फैलने लगी। मौके पर दमकल की 40 से ज्यादा गाड़ियां लगानी पड़ीं। हर तरफ आग ही आग थी और आसमान में काला धुआं। व्यापारी अपना माल बचाने की हरसंभव कोशिश में लगे थे और दमकल कर्मचारी आग बुझाने में। फौरन बिजली काट दी गई ताकि आग का प्रसार रोका जा सके। चांदनी चौक वैसे भी काफी कंजस्टेड है। खबर लिखे जाने तक आग पर काबू पाया नहीं जा सका था। दिल्ली के चांदनी चौक की भगीरथ पैलेस मार्केट में आग कैसे लगी? कितने का नुकसान हुआ? अभी तक के अपडेट्स देखिए।
भगीरथ पैलेस मार्केट में आग पर लेटेस्ट अपडेट क्या है?
आग बुझाने की कोशिशें अब भी जारी हैं। तंग गलियों की वजह से आग बुझाने में दिक्कत आ रही है। ऊपर से रात में पानी खत्म हो गया। मेट्रो स्टेशन व अन्य जगहों से पानी लाकर आग बुझाई जा रही है। करोड़ों रुपये का नुकसान होने की खबर है।
भगीरथ पैलेस मार्केट में आग कहां से शुरू हुई?
आग दो दुकानों- प्रदीप लाइट्स और एआर इलेक्ट्रिकल्स में लगी। पहली दुकान में लाइट्स बिकती हैं और दूसरे में अप्लायंसेज।
अजय शर्मा, प्रेसिडेंट (भगीरथ पैलेस मार्केट एसोसिएशन)
भगीरथ पैलेस में आग कब और कैसे लगी?
भगीरथ पैलेस मार्केट में इलेक्ट्रिकल शॉप के मालिक मनोज गांधी ने बताया कि 'आग की वजह एक शॉर्ट सर्किट थी।' गांधी के अनुसार, रात करीब 8 बजे आग लगी। आग जब पैकेजिंग मैटीरियल के पास पहुंची तो उसमें विस्फोट हुआ और तेज लपटें उठने लगीं।'
दमकल को कब दी गई सूचना?
दिल्ली फायर सर्विस के अनुसार, गुरुवार रात करीब 9.21 बजे चांदनी चौक की दुकान नंबर 1868 में आग लगने की सूचना मिली। यह दुकान भगीरथी पैलेस में गुरुद्वारे के पास है। दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, घंटे भर के भीतर आग आसपास की इमारतों तक फैल गई और इसे 'गंभीर' मान लिया गया।
मार्केट में धुएं का गुबार, तेज लपटें
जब फायर टेंडर्स मौके पर पहुंचे तो पूरा बाजार धुएं के मोटे गुबार में दबा था। रात के अंधेरे में नारंगी लपटें साफ दिख रही थीं। शुरु में दो दुकानों में लगी आग पड़ोस की 3-4 इमारतों तक पहुंच गई। हर इमारत में 25-30 दुकानें हैं।
बोलार्ड्स हटाकर बनाया रास्ता, तब रिवर्स हुईं गाड़ियां
तंग गलियों की वजह से फायरफाइटर्स को गाड़ियां रिवर्स करने में परेशानी आई। इसकी वजह से पुलिस को स्थानीय लोगों की मदद लेनी पड़ी। सजावट के लिए लगाए गए बोलार्ड्स हटाकर रास्ता बनाया गया ताकि दमकल की गाड़ियां रिवर्स हो सकें।
'आग से हमारी दुकान बचा लीजिए…'
हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया की टीम जब मौके पर पहुंची तो व्यापारी दमकल कर्मचारियों से अपनी दुकानें बचा लेने की गुहार लगाते दिखे।
चांदनी चौक में बार-बार लगती है आग
कच्चा महाजनी में बूलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंहल ने कहा, '4 सितंबर को कच्चा नटवा कपड़ा मार्केट में आग लगी थी। गांधी नगर कपड़ा मार्केट में भी भयानक आग लगी। अक्सर वजह शॉर्ट सर्किट होता है। यहां की तंग गलियां आग बुझाने को काफी मुश्किल बना देती हैं। व्यापारियों को लाखों का नुकसान सहना पड़ता है।'
सरकार से गुहार लगा रहे चांदनी चौक के व्यापारी
सिंहल ने कहा कि इलाके के व्यापारी लगातार सरकार से ऐसे आग पर काबू पाने के लिए कदम उठाने की गुहार करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने दो सुझाव दिए। पहला कि यहां वाटर लाइन लगाई जाए और तंग गलियों में बोरवेल हों, ताकि आग भी रोकी जा सकी और दमकल की गाड़ियों को पानी भी सप्लाई हो सके। दूसरा सुझाव, तारों के मकड़जाल की ठीक से जांच का है। इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स की लोड कैपेसिटी जांची जाए और सर्किंट ब्रेकर लगाए जाएं।