नई दिल्ली (आईएएनएस)| श्रम शक्ति भवन के सामने ईपीएस 95 पेंशनरों ने किया मूक धरना प्रदर्शन, अध्यक्ष कमांडर राऊत और वीरेंद्र सिंह राजावत के साथ सैकड़ों पेंशनभोगी गिरफ्तार हुए।
न्यूनतम 7500 रुपये मासिक पेंशन एवं महंगाई भत्ता, मेडिकल सुविधा, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार बिना किसी भेदभाव के उच्च पेंशन का लाभ व नॉन ईपीएस सेवा निवृत कर्मचारियों को स्कीम के दायरे में लाकर 5000 रुपये प्रति माह पेंशन आदि मांगों को लेकर मंगलवार को दिल्ली में श्रमशक्ति भवन के सामने ईपीएस 95 पेंशनर्स ने मौन रहकर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर राऊत के नेतृत्व में किया गया।
धरने के दौरान पुलिस ने वहां पहुंच कर कमांडर राऊत और वीरेंद्र सिंह राजावत व कई अन्य पेंशनरों के साथ गिरफ्तार कर कुछ देर के बाद उन्हे जंतर मंतर पर ले जाकर छोड़ दिया।
ईपीएस 95 संघर्ष समिति ने एलान किया है कि 2 अप्रैल से देश के सभी सांसदों के आवास के सामने अनशन व धरना देंगे और जब तक मांगे पूरी होंगी तब तक ये श्रंखला अनशन जारी रहेगा।
कमांडर राऊत ने कहा पिछले 7 सालों से ईपीएफओ के विरुद्ध ईपीएस 95 पेंशनर 7 साल से लड़ रहे हैं, इन पेंशनर का आंदोलन तहसील स्तर से लेकर दिल्ली तक कई बार हुआ, दिल्ली के जंतर मंतर और रामलीला ग्राउंड पर ये पेंशनभोगी कई बार बड़े स्तर पर आंदोलन किए, उसके बावजूद सरकार ने इनकी एक न सुनी। हमने श्रम मंत्री से लेकर पीएम तक अपील की, वादे किए गए लेकिन मांगे पूरी नहीं हुई। इसीलिए आज वृद्ध पेंशनर्स को सड़कों पर उतरना पड़ा।
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