दिल्ली-एनसीआर में अब चुनाव प्रचार और शादियों ने बढ़ाया नॉइस पलूशन

Update: 2022-11-29 08:53 GMT

दिल्ली एनसीआर न्यूज़: दिल्ली-एनसीआर में हवाओं के कमजोर होने के चलते प्रदूषण लोगों को परेशान कर रहा है। मंगलवार सुबह नोएडा सेक्टर-25 में धुंध वाला नजारा देखने को मिला। वहीं दिल्ली सहित एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब स्थिति में बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर निगम चुनाव और शादियों के इस दौर में राजधानी के रिहायशी इलाकों में दिनभर शोर-शराबा होने से लोग परेशान हैं। निगम चुनाव 4 दिसंबर को है। ऐसे में अभी लोगों को कुछ और दिन इसी माहौल में रहना होगा। एक्सपर्ट के अनुसार अत्यधिक शोर हो रहा है, तो घरों के खिड़की-दरवाजे बंद करने के साथ लोग नॉइस कटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। कई रिहायशी इलाकों में तो ऐसा हाल है कि एक पदयात्रा गई नहीं कि दूसरी आ जाती है। प्रत्याशियों की इन पदयात्राओं में बाजे-गाजे और माइक से खूब शोर होता है। इसके अलावा पदयात्रा यदि कुछ समय के लिए नहीं आ रही है, तो ऑटो या रिक्शा लाउड स्पीकर लेकर पहुंच रहे हैं। चुनावी शोर-शराबे के बीच शादियां भी शुरू हो गईं हैं। ऐसे में शादियों की विभिन्न रस्मों में भी बाजे ढोल बज रहे हैं। खासकर उन रिहायशी इलाकों में लोगों का बुरा हाल है, जिनके घरों के आसपास बैंक्वेट हॉल हैं।

क्या होता है असर, क्या बरतें सावधानी: डॉक्टरों के अनुसार अत्यधिक शोर में रहने की वजह से लोगों को अनिद्रा, तनाव, गुस्सा, सिरदर्द, थकान, भूख की कमी जैसी शिकायतें हो सकती है। यदि शोर आपको भी परेशान कर रहा है, तो जिस दिशा से शोर आ रहा है, उस तरफ की के खिड़की-दरवाजे बंद कर दें। घर के ऐसे कमरे में रहें, जहां शोर कम पहुंच रहा हो। साथ ही बाजार में नाइस कटर जैसे डिवाइस आ रहे हैं। इनका भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सुरक्षित है और शोर को काफी हद तक कम कर देते हैं।

ध्वनि प्रदूषण से दिल्ली में लोग परेशान, शादियों में भी पहुंच रहे हैं प्रत्याशी:

शादियों में जमा भीड़ प्रत्याशियों को लुभा रही हैं। ऐसे में शादियों में भी राजनैतिक दलों के प्रत्याशी प्रचार करने पहुंच रहे हैं। साध नगर की एक प्रत्याशी न सिर्फ शादियों में बल्कि रस्मों में भी हिस्सा ले रही हैं। यहां पर वह अपने चुनावी एजेंडे साधती नजर आ रही हैं। वहीं, जिन प्रत्याशियों के पास शादियों का न्योता नहीं हैं, वह भी पंडालों और बैंक्वेट हॉल के बाहर अपने ऑटो और ई-रिक्शे को खड़ा कर शादियों में आने वाली भीड़ के बीच प्रचार करने से नहीं चूक रहे हैं। शादियों में जा रहे एक प्रत्याशी ने बताया कि वह एक शादी में करीब 20 मिनट तक का समय दे रहे हैं। यहां वह वर वधु और परिवारों के अलावा लोगों के बीच जाकर बात करते हैं।

हवाएं हुईं कमजोर, फिर परेशान करने लगा पलूशन: राजधानी में हवाएं कमजोर होते ही प्रदूषण एक बार फिर परेशान कर रहा है। स्थिति यह है कि दो जगहों पर प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, तो वहीं कुछ एरिया में एक्यूआई 370 से भी अधिक चल रहा है। तीन दिनों से राजधानी का औसत प्रदूषण स्तर बेहद खराब बना हुआ है। इस प्रदूषण से जल्द राहत की संभावना भी नहीं दिख रही है।

दिल्ली के इन इलाकों में क्या था प्रदूषण का हाल: सीपीसीबी (सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के एयर बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में दो जगहों पर प्रदूषण गंभीर स्तर पर रहा। इनमें नेहरू नगर का एक्यूआई 402 और आनंद विहार का एक्यूआई 401 रहा। कुछ अन्य जगहों पर भी प्रदूषण स्तर काफी अधिक रहा। इनमें एनएसआईटी द्वारका का एक्यूआई 371, सेक्टर-8 द्वारका का एक्यूआई 383, पटपड़गंज का 370, जहांगीरपुरी का 380 और विवेक विहार का 370 रहा। यह राजधानी के सबसे प्रदूषित हिस्सों में शामिल रहे। राजधानी का औसत एक्यूआई 333 रहा।

फिलहाल राहत नहीं: आईआईटीएम पुणे के अनुसार, सोमवार को राजधानी का औसत प्रदूषण स्तर बेहद खराब रहा। 29 नवंबर को इसमें इजाफा होगा लेकिन यह बेहद खराब स्तर पर ही बना रहेगा। इस समय मौसम प्रदूषण को बहा कर ले जाने के अनुकूल नहीं हैं। तापमान कम हो रहे हैं, हवा में नमी बढ़ रही है और हवाएं कमजोर भी हो रही हैं। 30 नवंबर और 1 दिसंबर को हवाओं में थोड़ी-सी तेजी आएगी। लेकिन यह बहुत अधिक राहत नहीं दिलवा सकेंगी। प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक भी प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर रहने के आसार हैं। सफर के अनुसार, प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहा। पराली का धुआं छट गया है, लेकिन हवाएं भी कमजोर हो गई हैं। पराली प्रदूषण महज एक प्रतिशत रहा। अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं राजधानी में बहेंगी। इनकी वजह से प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा।

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