बता दें कि दो महीने पहले ही जीडीए ने डीएमआरसी को डीपीआर बनाने के लिए भेजा था. जीडीए के मुताबिक मेट्रो की रेड लाइन पर नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन से महामाया स्टेशन के पीछे से होते हुए रेलवे स्टेशन तक के रूट की डीएमआरसी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर डीएमआरसी को भेजा गया था. डीपीआर तैयार करने के लिए डीएमआरसी ने जीडीए से 32 लाख रुपये की मांग की है. जीडीए अधिकारियों ने कहा है कि बहुत जल्द ही डीएमआऱसी को ये पैसे दे दिए जाएंगे, जिससे रेलवे स्टेशन से मेट्रो को लिंक किया जा सके.
मेट्रो से रेलवे स्टेशन तक का सफर होगा आसान?
इस फिजिबिलिटी रिपोर्ट को लेकर प्राधिकरण में अधिकारियों की बैठकों का दौर चला. जीडीए की ओर से रेलवे स्टेशन को सीधे मेट्रो से जोड़ने के लिए हर पहलू पर विचार किया जा रहा था. इससे पहले प्राधिकरण ने नया बस अड्ढा मेट्रो स्टेशन से रेलवे स्टेशन तक और वैशाली से मोहनगर के बीच रोपवे के संचालन के लिए एजेंसी से फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराई थी. मेट्रो के मुकाबले प्रोजेक्ट की गई गुना कम लागत को देखते हुए पहले वैशाली से मोहननगर प्रोजेक्ट की डीपीआर पर मुहर लगाई गई. ऐसे में वित्तीय स्थिति के सुधार पर भविष्य में मेट्रो के अन्य रूट पर भी मंथन किया जा रहा है.
मॉडल रेलवे स्टेशन बनाने की भी हो रही है कवायद
गौरतलब है कि गाजियाबाद को मॉडल रेलवे स्टेशन बनाने की दिशा में भी काम चल रहा है. जीडीए के मुताबिक अगर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक मेट्रो की बनाने की मंजूरी मिलती है तो इससे नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार और निजामु्द्दीन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का लोड कम होगा. पिछले दिनों ही केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के बीजेपी सांसद ने जनरल वीके सिंह की अध्यक्षता में डीएमआरसी और जीडीए की बैठक हुई थी. इस बैठक में सर्वे कराने को लेकर फैसला हुआ था. सर्वे कराने के बाद ही जीडीए ने डीएमआरसी को डीपीआर बनाने के लिए भेजा था.
जीडीए अधिकारियों के मुताबिक, 'डीएमआरसी तीन विकल्पों पर मेट्रो को रेलवे स्टेशन तक ले जाने पर विचार कर रहा है. पहला, सीधे ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर के बीचों बीच निकाल कर रेलवे स्टेशन तक पहुंचा जाए. दूसरा, ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर के दाहिने तरफ से जहां तक फ्लाईओवर है वहां तक ले जा कर सड़क के बीच से निकाला जाए. तीसरा, ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर के बाएं तरफ से निकाल कर सीधे मेन रोड़ पर निकाला जाए. ऐसा माना जा रहा है कि दूसरे और तीसरे विकल्प पर तोड़फोड़ ज्यादा होने की संभावना है. इसलिए पहला विकल्प ही बेहतर हो सकता है.
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