दिल्ली: मौसमी दशाएं अनुकूल न होने से मंगलवार को दिल्ली का प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया। आने वाले तीन दिनों में राहत की उम्मीद नहीं है। मंगलवार को दिन में छाए बादलों के कारण प्रदूषण कण निचले सतह पर रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में प्रदूषण सूचकांक 385 दर्ज किया गया। जो सोमवार के मुकाबले 28 सूचकांक अधिक रहा। वहीं एनसीआर के बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गुरुग्राम का सूचकांक दिल्ली से कम बेहद खराब व खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
सफर का पूर्वानुमान है कि अगले छह दिनों तक दिल्ली का प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में रह सकता है। आने वाले दिनों में धुंध छाए रहने व ठंड बढ़ने से एक बार फिर प्रदूषण स्तर में बढ़त का अनुमान है। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली में पश्चिम व उत्तर-पश्चिम दिशा से चार से दस किमी की गति से हवाएं चली।
बुधवार की सुबह घना कोरोना छाए रहने की उम्मीद है। वहीं हवाओं की दिशा बदलकर उत्तर-पश्चिम से आठ से दस किमी प्रति घंटे हो सकती है। जिससे प्रदूषण स्तर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। अगले छह दिनों तक प्रदूषण स्तर में ज्यादा सुधार की उम्मीद नहीं है। वहीं तापमान कम होने के कारण मंगलवार को मिक्सिंग हाइट 1100 मीटर पर रहा। वेंटिलेशन इंडेक्स भी औसत से कम रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मंगलवार को प्रदूषण स्तर दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा दिल्ली में 385 दर्ज किया गया। सोमवार को दिल्ली का प्रदूषण स्तर 357 पर था। बुधवार को सतही स्तर से उत्तर पश्चिमी दिशा से हवाएं चलने की उम्मीद है। सुबह मौसम साफ रहेगी, लेकिन भारी धुंध छाए रहने का अनुमान है।